पुस्तक समीक्षा

futuredपुस्तक समीक्षासाहित्य

नारनौल के डॉ निखिल यादव ने महात्मा गांधी पर श्री रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद के प्रभाव पर लिखी पुस्तक

महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल तहसील के छोटे से गांव ढाणी चुड़ेली ( फैज़ाबाद ) में जन्मे निखिल यादव सुपुत्र सुरेश कुमार यादव एवं अनीता यादव ने ” महात्मा गांधी पर श्री रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद का प्रभाव” विषय पर पुस्तक लिख कर अपने गांव का नाम सम्पूर्ण भारत में रोशन किया है।

Read More
futuredछत्तीसगढपुस्तक समीक्षा

अपने – अपने देवधर : एक समग्र आकलन : पुस्तक समीक्षा

बुक्स क्लिनिक द्वारा सद्य: प्रकाशित ग्रंथ ‘अपने -अपने देवधर ‘ हिंदी और छत्तीसगढ़ी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. देवधर महंत के बहुआयामी व्यक्तित्व एवं कृतित्व का तटस्थ भाव से किया गया एक सार्थक मूल्यांकन है। डा.देवधर महंत की रचनाधर्मिता की विस्तृत रूप से पड़ताल करने वाली इस महत्वपूर्ण कृति की प्रस्तुति का श्रेय संपादक बसंत राघव को जाता है। बसंत राघव एक अच्छे लेखक भी हैं जिन्हें लेखन की कला अपने पिता प्रसिद्ध साहित्यकार डा.बलदेव से विरासत में मिली है।

Read More
futuredपुस्तक समीक्षासाहित्य

आशीष ठाकुर की कृति द मोर्सल्स ऑफ लव का लोकार्पण

उनकी बहुप्रतीक्षित किताब, द मोर्सल्स ऑफ लव- प्रेम के सभी रूपों – भावुकता, आदर्शवादिता और निस्वार्थता – की हार्दिक खोज है। भावपूर्ण छंदों और गीतात्मक रचनाओं के माध्यम से, ठाकुर भावनाओं की एक ऐसी ताने-बाने को बुनते हैं जो पाठकों के अंतःकरण में प्रतिध्वनित होती है, उन्हें अपने अनुभवों और रिश्तों पर विचार करने के लिए आमंत्रित करती है।

Read More
futuredपुस्तक समीक्षासाहित्य

तलाश ढाई आखर की : सामाजिक सरोकार की कहानियां

बसंती पवार जी एक सजग और संवेदनशील लेखिका हैं, जो जीवन को शब्दों के वातायन से तलाशती हैं, उन्हीं में कुछ खोजे हुए प्रसंगों पर आधारित ये कहानियां आपसे संवाद करने को उत्सुक हैं।अपनी सरल भाषा शैली में मन की गुत्थियों को सुलझाने की प्रक्रिया हैं ये कहानियां।

Read More
futuredपुस्तक समीक्षासाहित्य

स्वर्णमृगी सपनों के पाखी – एक समीक्षा

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में स्थान पाए इस काव्य संग्रह के लिए डॉ शुभदा पाण्डेय बधाई के पात्र हैं। यह काव्य संग्रह इसलिए अनूठा है कि इसमें विश्व के कोने-कोने के एक सौ ग्यारह पक्षियों के चित्र सहित चित्रात्मक वर्णन और साथ ही अनेक सामाजिक समस्याओं का उल्लेख है।

Read More
futuredपुस्तक समीक्षासाहित्य

व्यवस्था के अंधेरे पक्ष का निर्मम अनावरण है डा. बलदेव की कविता “अंधेरे में”

27 मई डाँ. बलदेव जी की 82 वीं जयंती के अवसर पर  कविता डा. बलदेव की कविता “अंधेरे में” की

Read More