छत्तीसगढ़

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने सरगुजा और सूरजपुर में निर्वाचन तैयारियों का लिया जायजा
नगरीय निकाय एवं त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2025 की तैयारियों के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री अजय सिंह ने सरगुजा और सूरजपुर जिलों का दौरा कर मतदान पूर्व तैयारियों का जायजा लिया।
खबर राज्यों से

कम समय में अधिक पैसा कमाने का मोह : डंकी रूट का ख़तरनाक सच
अमेरिका से निर्वासित किए गए 104 भारतीय घर लौट चुके हैं। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को मेक्सिको-अमेरिकी सीमा से पकड़ा गया था। जिनके संबध में बताया गया है कि ये लोग भारत से वैध तरीके से रवाना हुए थे, किन्तु इन्होंने डंकी रूट के जरिए अमेरिका में घुसने की कोशिश की थी।
इतिहास

भारतवर्ष के अमृतकाल मे वंदे मातरम की प्रासंगिकता
विश्व इतिहास मे नारों का अपना इतिहास रहा हैं, कभी कभी तो एक नारा पूरे आंदोलन को बदल के रख देता हैं। इतिहास मे ऐसे कई उदाहरण हैं, जैसे स्वराज मेरा जन्मसिद्धह अधिकार हैं, गरीबी हटाओ आदि आदि। वर्तमान के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे भी हमने देखा होगा की कैसे कुछ नारे “एक हैं तो सेफ हैं” या “बटेंगे तो कटेंगे” पूरे चुनाव मे हावी रहा
घुमक्कड़ जंक्शन

तीन नदियों के संगम और आध्यात्मिक धरोहर का केंद्र सांकरदाहरा
सांकरदाहरा में शिवनाथ नदी के संगम के साथ डालाकस और कुर्रू नाला नदियां मिलती हैं। यहां नदी तीन धाराओं में बंट जाती है और फिर सांकरदाहरा के नीचे आपस में मिलती हैं। इस संगम पर स्थित मंदिर और नदी तट पर बनी भगवान शंकर की 32 फीट ऊंची विशालकाय मूर्ति हर आने वाले को मंत्रमुग्ध कर देती है। मंदिर का रमणीय दृश्य और नौका विहार की सुविधा इस स्थल को और भी खास बनाती है।
लोक संस्कृति

बन वसंत बरनत मन फूल्यौ : बसंत पंचमी विशेष
बसंत ऋतु कवियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रही है। कालिदास से लेकर आधुनिक हिंदी कवियों तक, सभी ने अपने काव्य में इस ऋतु की छटा बिखेरी है। बसंत को प्रेम, सौंदर्य, उल्लास और नवजीवन का प्रतीक माना जाता है, जो काव्य और साहित्य को मधुरता प्रदान करता है। बसंत पंचमी केवल ऋतु परिवर्तन का प्रतीक ही नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। इसका संबंध ज्ञान, प्रेम, सौंदर्य और उल्लास से है। यह पर्व पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति की महानता को दर्शाता है।
धर्म-अध्यात्म

सभ्यता के अदृश्य निर्माता भारतीय शिल्पकार: विश्वकर्मा जयंती विशेष
मानव सभ्यता के विकास का जहाँ भी वर्णन होता है वहां स्वत: ही तकनीकि रुप से दक्ष परम्परागत शिल्पकारों के

विश्व वार्ता

स्मार्टफोन का युग खत्म होने की ओर
जकरबर्ग का मानना है कि स्मार्ट ग्लास तकनीक स्मार्टफोन के बाद का अगला बड़ा प्लेटफॉर्म साबित होगी। अगर यह बदलाव सफल रहा, तो यह न केवल हमारे काम करने के तरीके को बदलेगा, बल्कि तकनीकी विकास के एक नए युग की शुरुआत करेगा।
साहित्य

अमिट रही पहचान – कविता
त्याग और सेवा भारत के दो आदर्श महान
इन्हीं सूत्र से संभव है अब भारत का निर्माण
विविध

भारतवर्ष के अमृतकाल मे वंदे मातरम की प्रासंगिकता
विश्व इतिहास मे नारों का अपना इतिहास रहा हैं, कभी कभी तो एक नारा पूरे आंदोलन को बदल के रख देता हैं। इतिहास मे ऐसे कई उदाहरण हैं, जैसे स्वराज मेरा जन्मसिद्धह अधिकार हैं, गरीबी हटाओ आदि आदि। वर्तमान के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे भी हमने देखा होगा की कैसे कुछ नारे “एक हैं तो सेफ हैं” या “बटेंगे तो कटेंगे” पूरे चुनाव मे हावी रहा