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मेघालय हनीमून मर्डर केस: ‘संजय वर्मा’ निकला प्रेमी राज, 234 कॉल और पति की साजिशन हत्या

मेघालय में हुए राज रघुवंशी हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। मामले में नई परतें खुलती जा रही हैं और जांच में यह सामने आया है कि मृतक की पत्नी सोनम रघुवंशी का संबंध एक युवक राज कुशवाहा से था, जिसे वह ‘संजय वर्मा’ के नाम से फोन में सेव कर रखी थी।

पुलिस के अनुसार, सोनम और राज के बीच गहरी नजदीकियां थीं और शादी के पहले और बाद दोनों ही समय वे लगातार संपर्क में थे। कॉल डिटेल्स से पता चला है कि 1 मार्च से 8 अप्रैल के बीच दोनों के बीच 234 बार बातचीत हुई, जिनमें हर बार 30 से 60 मिनट तक बातें हुईं। इस दौरान सोनम ने ‘संजय’ के नाम से नंबर सेव किया था ताकि किसी को शक न हो।

राज, जो सोनम के परिवार की फर्नीचर यूनिट में अकाउंटेंट था, ने ही कथित तौर पर पति की हत्या की पूरी योजना बनाई थी। पुलिस का कहना है कि सोनम ने शादी के बावजूद राज के साथ संबंध बनाए रखे और फिर अपने पति को रास्ते से हटाने की साजिश रची।

सोनम और राज की यह योजना 23 मई को तब सामने आई जब सोनम और उसके पति राजा मेघालय के नोंग्रियाट गांव में हनीमून के दौरान लापता हो गए। शुरुआत में यह एक “लापता दंपती” का मामला था, लेकिन कुछ ही दिनों में यह एक खौफनाक मर्डर केस में तब्दील हो गया। राजा का शव 2 जून को एक सुनसान इलाके में बरामद हुआ।

पूछताछ में सामने आया है कि सोनम ने राजा की हत्या के लिए तीन शूटर – आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी को सुपारी दी थी। उनके पहले भुगतान की व्यवस्था सोनम के चचेरे भाई जितेंद्र रघुवंशी ने की थी।

8 जून को सोनम उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में मिली, जहाँ उसने नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। उसी दिन तीनों शूटर भी उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किए गए। कुछ समय बाद राज कुशवाहा को भी पुलिस ने पकड़ लिया।

11 जून को सोनम ने पुलिस के समक्ष कबूल किया कि उसने ही अपने पति की हत्या की साजिश रची और उस पर अमल किया। मामले में नया मोड़ तब आया जब सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने कहा, “मुझे संजय वर्मा नाम के किसी शख्स के बारे में कोई जानकारी नहीं है। आज ही मुझे यह पता चला कि यह नाम इस केस में सामने आ रहा है।”

गोविंद ने यह भी कहा कि उनके परिवार ने सोनम से सारे रिश्ते तोड़ दिए हैं और वे राजा के परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने न्याय के लिए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया।

यह मामला जहां रिश्तों की सच्चाई को उजागर करता है, वहीं यह भी दिखाता है कि लालच और प्रेम-प्रसंग की अंधी दौड़ में इंसान किस हद तक गिर सकता है।