कोंडागांव में इनकम टैक्स अधिकारी बनकर लूट की वारदात, मास्टरमाइंड समेत पांच गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक फिल्मी स्टाइल से लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। जिला पुलिस ने इस मामले में फर्जी इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर लूटने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार किए हैं। इस गिरोह का मास्टरमाइंड गांव का एक लड़का साजेन्द्र बघेल था। पुलिस ने आरोपियों से लूट की रकम, दो कार, 9 मोबाइल फोन और कुल 37.38 लाख रुपये का सामान बरामद किया है।
क्या था पूरा मामला
23 मार्च को एक पीड़ित ने कोंडागांव थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में पीड़ित ने बताया कि 19 मार्च को दोपहर के समय चार लोग एक गाड़ी से उसकी दुकान पर पहुंचे और खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर रेड डाली। इस दौरान आरोपियों ने दुकान के मालिक अजय मानिकपुरी को बंधक बना लिया और उनकी आलमारी से पांच लाख रुपये, गल्ले में रखी रकम और घर में लगे कैमरे का DVR ले गए। साथ ही दुकान में काम करने वाले कर्मचारी पुष्कर ठाकुर का मोबाइल भी छीन लिया। फिर आरोपियों ने सारा सामान लेकर मौके से फरार हो गए।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
शिकायत मिलने के बाद कोंडागांव पुलिस अधीक्षक ने एक विशेष टीम गठित की। टीम ने गाड़ी की लोकेशन ट्रेस की और फिर आरोपी के ठिकाने तक पहुंची। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ शुरू की। आरोपियों ने बताया कि बम्हनी गांव के साजेन्द्र बघेल ने इस लूट की योजना बनाई थी। पुलिस ने गिरोह के पास से 4 लाख 38 हजार रुपये नकद, कई गाड़ियां और अन्य सामान सहित कुल 37 लाख 38 हजार रुपये की संपत्ति बरामद की है।
फर्जी रेड का मास्टरमाइंड
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि साजेन्द्र बघेल ने ही अजय मानिकपुरी के घर में भारी रकम होने की जानकारी दी और कहा कि वहां रेड करने से बहुत पैसे मिल सकते हैं। इसके बाद सभी ने मिलकर इनकम टैक्स अधिकारी बनकर लूट की योजना बनाई। गिरोह के सदस्य लेखराम सिन्हा, प्रभदीप सिंह और प्रियांक शर्मा ने पुलिस से यह भी बताया कि यह घटना पूरी तरह से साजेन्द्र बघेल के दिमाग की उपज थी।
कोंडागांव पुलिस की यह कार्रवाई एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिसने फिल्मी स्टाइल से लूट की घटना को सुलझाया और आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।