राजस्थान इतिहास

futuredइतिहास

इतिहास के सबसे विचित्र और निरर्थक युद्ध, जब तुच्छ विवादों ने इतिहास में खून बहाया

‘मतीरे की राड़’ और ‘बाल्टी के युद्ध’ जैसे ऐतिहासिक उदाहरण बताते हैं कि तुच्छ कारणों और अहंकार से भड़की जिद ने कैसे हजारों जिंदगियाँ लीं। यह आलेख इन घटनाओं से मिलने वाले शांति और संवाद के संदेश को विस्तार से प्रस्तुत करता है।

Read More
futuredइतिहास

रणथंभौर का त्रिदिवसीय जौहर और शाका : स्वाभिमान की ज्वाला

1301 ई. में रणथंभौर की वीरांगनाओं द्वारा किया गया राजस्थान का पहला ऐतिहासिक जौहर, रानी रंगा देवी और उनकी पुत्री पद्मला के आत्मबलिदान की गाथा, अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण और हमीर देव के शौर्य के प्रसंग के साथ।

Read More
futuredइतिहास

स्वाभिमान और स्वाधीनता की मिसाल महाराणा प्रताप

राणा जी अकबर से पराजित होते या अभाव होता तो यह विकास और समृद्धि प्रयास संभव ही नहीं थे। अंततः 19 जनवरी 1597 में स्वाभिमान के साथ उन्होंने देह त्यागी। कोटिशः नमन् परम् वीर यौद्धा राणा प्रताप जी को।

Read More