भारतीय दर्शन

futuredधर्म-अध्यात्म

स्वामी विवेकानंद का ऐतिहासिक भाषण और भारत का गौरव

11 सितंबर 1893 को शिकागो धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद के “मेरे प्यारे भाइयो और बहनो” संबोधन ने विश्व को भारतीय दर्शन, सहिष्णुता और मानवता का संदेश दिया। यह क्षण हर भारतवासी के लिए गर्व का प्रतीक है।

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futuredछत्तीसगढ

आचार्य गोविन्द चन्द्र पाण्डेय: भारतीय परंपरा, दर्शन और संस्कृति के समर्पित शोध साधक

आचार्य गोविन्द चन्द्र पाण्डेय भारतीय दर्शन, संस्कृति और भाषा के समर्पित विद्वान थे, जिन्होंने अपने शोध, लेखन और अध्ययन से भारतीय ज्ञान परंपरा को पुनर्परिभाषित किया।

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futuredहमारे नायक

स्वतंत्रता संग्राम के दार्शनिक योद्धा : महर्षि अरविंद

महर्षि अरविंद का वास्तविक नाम अरविंद घोष था उनका जन्म 15 अगस्त 1872 को कलकत्ता के एक सम्पन्न परिवार में हुआ था। पिता डॉक्टर कृष्ण धन घोष एक प्रतिष्ठित चिकित्सक और प्रभावशाली व्यक्ति थे

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