निफ्टी में लगातार पांचवें महीने गिरावट, तीन दशकों में सबसे लंबी बिकवाली सिलसिला
भारतीय शेयर बाजार का बेंचमार्क निफ्टी फरवरी में लगातार पांचवे महीने गिरावट का सामना कर रहा है, जो पिछले तीन दशकों में सबसे लंबा बिकवाली सिलसिला बन गया है। निफ्टी को अप्रैल 1996 में लॉन्च किया गया था, और इस गिरावट का यह दौर उस समय के बाद से सबसे लंबा है। इससे पहले जुलाई और नवंबर 1996 के बीच पांच महीने में निफ्टी में 25% की गिरावट आई थी, लेकिन इस बार की गिरावट उससे भी लंबी साबित हो रही है।
वर्तमान मंदी अक्टूबर 2023 में 6.22% की गिरावट के साथ शुरू हुई थी और यह फरवरी 2024 तक जारी रही। फरवरी में निफ्टी ने लगभग 6% की गिरावट दर्ज की है, जिससे पिछले पांच महीनों में निफ्टी में करीब 14% की गिरावट आई है। हालांकि, यह गिरावट 2001 में जून से सितंबर तक के चार महीने के बिकवाली दौर के मुकाबले कम गंभीर है, जब निफ्टी में 22% की गिरावट आई थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण हो सकती है, लेकिन यह भारतीय बाजार की अस्थिरता को भी दर्शाती है। हालांकि, वे यह भी मानते हैं कि वर्तमान समय में गिरावट के बावजूद भारतीय बाजार में दीर्घकालिक विकास की संभावनाएं बनी हुई हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था और वैश्विक बाजारों के बीच अस्थिरता का असर अब तक बाजार पर साफ तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन विशेषज्ञ उम्मीद जताते हैं कि आने वाले महीनों में स्थिति में सुधार हो सकता है।
हालांकि, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे मौजूदा बाजार स्थितियों को समझें और लंबी अवधि के दृष्टिकोण से निवेश करने का निर्णय लें, क्योंकि बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच अवसर भी छिपे होते हैं।