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काशी में मोहन भागवत ने कहा “सभी हिंदुओं के लिए मंदिर, पानी और श्मशान समान हों”

वाराणसी | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने काशी (वाराणसी) में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान हिंदू समाज में समानता और एकता की जरूरत पर बल दिया। आईआईटी बीएचयू के जिमखाना मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि “सभी हिंदुओं के लिए मंदिर, पानी और श्मशान समान होने चाहिए।”

भागवत ने कहा कि जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के भेदभाव से ऊपर उठकर समाज में आपसी सम्मान और सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने स्वयंसेवकों को समाज के कल्याण के लिए उत्प्रेरक बताते हुए कहा कि संघ का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना है और यह प्रयास संघ के शताब्दी वर्ष तक निरंतर जारी रहेगा।

इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए भागवत ने कहा कि जल संरक्षण, पौधारोपण और प्लास्टिक के उपयोग से बचना पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।

मातृभाषा के महत्व पर बात करते हुए उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी दैनिक बातचीत में विदेशी भाषाओं के बजाय मातृभाषा का उपयोग करें।

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कार्यक्रम में भागवत ने भारतीय संस्कृति, मूल्यों और आदर्शों के संरक्षण और प्रसार पर भी जोर दिया तथा छात्रों के विचार जानने की कोशिश की। उनके इन बयानों को सामाजिक समरसता और एकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश के रूप में देखा जा रहा है।