चुनाव संबंधी शिकायतों के लिए निर्वाचन आयोग ने जारी किया सी-विजिल मोबाईल एप

रायपुर, 10 अक्टूबर 2018/ स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन सुनिश्चित करने में नागरिकों की भागीदारी और जवाबदेही बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा निर्वाचन के दौरान सी-विजिल आॅनलाइन मोबाईल एप का पहली बार इस्तेमाल किया जाएगा।

इसके जरिए आम नागरिक भी आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की शिकायत रिटर्निंग आॅफिसर तक पहुंचा सकेंगे। सी-विजिल एप का उपयोग कर कोई भी व्यक्ति आचार संहिता के उल्लंघन की गतिविधि या घटनाओं की रिपोर्ट मिनटों में दर्ज करा सकता है।

इसके लिए अब उसे रिटर्निंग आॅफिसर के पास जाने की जरूरत नही होगी। भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के सूचना प्रौद्योगिकी निदेशक डाॅ. कुशल पाठक और निर्वाचन व्यय निगरानी के निदेशक श्री बी.सी. बत्रा ने आज रायपुर के नवीन विश्रामगृह आॅडिटोरियम में रिटर्निंग आॅफिसरों, सहायक रिटर्निंग आॅफिसरों, सभी जिलों के सी-विजिल नोडल अधिकारियों और तकनीकी स्टाफ को इस एप के बारे में गहन प्रशिक्षण दिया।

उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों की जिज्ञासा का भी समाधान किया। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुब्रत साहू, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री एस. भारतीदासन और संयुक्त निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती पद्मिनी भोई साहू सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

भारत निर्वाचन आयोग के सूचना प्रौद्योगिकी निदेशक डाॅ. कुशल पाठक ने प्रशिक्षण में अधिकारियों को बताया कि सी-विजिल मोबाईल एप सभी एंड्राइड आधारित स्मार्टफोन पर काम करता है। किसी भी कैमरा वाले स्मार्टफोन, थ्री-जी या फोर-जी इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस एक्सेस से कोई भी नागरिक इस एप का उपयोग कर सकता है।

एप पर दर्ज शिकायत पर हुई कार्यवाही की जानकारी 100 मिनट में एप पर अपलोड कर दी जाएगी। आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन और निर्वाचन व्यय से संबंधित शिकायतें ही एप पर स्वीकार की जाएंगी। अन्य शिकायतों को निरस्त कर दिया जायेगा।

छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए नामाकंन की प्रक्रिया (16 अक्टूबर) शुरू होते ही यह एप काम करना शुरू कर देगा। चुनाव प्रक्रिया के पूर्ण होते ही एप निष्क्रिय हो जाएगा।  डाॅ. पाठक ने बताया कि सी-विजिल एक सरल मोबाईल एप है। इसके जरिए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की फोटो खींचकर या वीडियो बनाकर तत्काल शिकायत दर्ज करायी जा सकती है।

एप पर दर्ज की गयी शिकायत की जानकारी स्वतः ही जिला निर्वाचन अधिकारी, नियंत्रण कक्ष, फील्ड वेरिफिकेशन यूनिट, उड़नदस्ता या निगरानी के लिए गठित दूसरी टीमों तक पहुंच जाएगी। एप में रिपोर्ट की गई शिकायतों की तत्काल ट्रेकिंग कर उड़नदस्ता या निगरानी दल मौके पर पहुंचकर जरूरी कार्रवाई करेगी।

शिकायतकर्ता द्वारा एप पर अपलोड की गई तस्वीर या वीडियो से गतिविधि स्थल की जानकारी निगरानी दल को मिल जाएगी। एक ही घटना की शिकायत कई व्यक्तियों द्वारा किए जाने पर शिकायत की जांच एक बार ही की जाएगी।

इसी तरह से यदि कोई व्यक्ति एक ही घटना की शिकायत एप पर बार-बार दर्ज कराता है तो भी उसकी जांच एक बार कर उसका निराकरण किया जाएगा। यदि कोई शिकायतकर्ता अपनी पहचान गुप्त रखकर शिकायत दर्ज कराना चाहता है तो उसका भी प्रावधान इस एप पर है।