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दुर्ग में हल्बा-हल्बी समाज का 35वां मिलन समारोह, मुख्यमंत्री ने शहीद गैंद सिंह नायक के योगदान को किया नमन

रायपुर, 27 दिसंबर 2025/ स्वाधीनता आंदोलन के साथ-साथ राष्ट्र और समाज के नवनिर्माण में आदिवासी नायकों एवं महापुरुषों का अद्वितीय योगदान रहा है। हल्बा, हल्बी एवं आदिवासी समाज सहित संपूर्ण भारतवर्ष के गौरव शहीद गैंद सिंह नायक ने देश में आज़ादी के आंदोलन का सर्वप्रथम शंखनाद किया था। यह बात विष्णु देव साय ने आज जिला मुख्यालय दुर्ग के गोकुल नगर स्थित हल्बा शक्ति स्थल में अखिल भारतीय हल्बा-हल्बी समाज द्वारा आयोजित 35वें मिलन समारोह एवं शक्ति दिवस पर्व को संबोधित करते हुए कही।

मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर हल्बा-हल्बी समाज के नवनिर्मित कार्यालय का लोकार्पण भी किया। उन्होंने शक्ति स्थल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हल्बा समाज के युवक-युवतियों को आवासीय कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 50 लाख रुपये तथा पुलगांव, दुर्ग स्थित कंवर समाज के सामाजिक भवन में बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए 25 लाख रुपये की स्वीकृति देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने हल्बा-हल्बी समाज की सामाजिक पत्रिका ‘समाज’ का विमोचन भी किया।

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मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सहित पूरे देश में आज़ादी के आंदोलन का सूत्रपात सर्वप्रथम जनजातीय समाज के नायकों द्वारा किया गया था। शहीद वीर नारायण सिंह, शहीद गैंद सिंह नायक सहित जनजातीय नायकों और देशभक्तों ने अंग्रेजों के विरुद्ध कुल 14 क्रांतियों का शंखनाद किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में जनजातीय वर्ग के उत्थान और विकास के लिए केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय का गठन किया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर राजधानी रायपुर में जनजातीय समाज के नायकों और वीर सपूतों के योगदान एवं अमर गाथाओं को नई पीढ़ी से परिचित कराने तथा उनके संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से विशाल आदिवासी संग्रहालय का निर्माण किया गया है।

मुख्यमंत्री साय ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने बीते दो वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी की अधिकांश गारंटियों को प्राथमिकता के साथ पूरा किया है। राज्य की लगभग 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जा रहा है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5,500 रुपये प्रति मानक बोरा की दर से पारिश्रमिक दिया जा रहा है तथा किसानों को 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान का मूल्य प्राप्त हो रहा है। 26 लाख से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास की स्वीकृति दी गई है।

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उन्होंने कहा कि राज्य में नक्सलवाद अब अंतिम सांसें गिन रहा है। नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से 400 से अधिक गांवों में विकास कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य के साथ प्रदेश को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने हेतु निरंतर कार्य कर रही है।

कार्यक्रम को सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा तथा हल्बा-हल्बी समाज के प्रदेश अध्यक्ष खलेन्द्र ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष ललित चन्द्राकर, अखिल भारतीय हल्बा-हल्बी समाज के पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।