प्लेटफार्म टिकट से डेढ़ करोड़ की कमाई, इंदौर बना रतलाम मंडल का सबसे मुनाफे वाला स्टेशन
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के तहत आने वाले प्रमुख स्टेशनों ने प्लेटफार्म टिकट बिक्री से उल्लेखनीय आय अर्जित की है, जिसमें इंदौर रेलवे स्टेशन सबसे आगे रहा है। वर्ष 2024 की शुरुआत से फरवरी 2025 तक, महज 13 महीनों में मंडल को प्लेटफार्म टिकटों से 1 करोड़ 58 लाख रुपये से अधिक की आय हुई है।
सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में इंदौर रेलवे स्टेशन ने अकेले 94.77 लाख रुपये की कमाई की। इसके अलावा डॉ. अंबेडकर नगर (महू) से 2.95 लाख, उज्जैन से 35.11 लाख, नागदा से 4.38 लाख और रतलाम स्टेशन से 21.66 लाख रुपये की आमदनी दर्ज की गई।
मुंबई स्थित रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य जगमोहन वर्मा ने बताया कि प्लेटफार्म टिकटों के जरिये हुई यह आय दर्शाती है कि स्टेशनों पर यात्रियों की आवाजाही लगातार बढ़ रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इंदौर रेलवे स्टेशन केवल प्लेटफार्म टिकट ही नहीं, बल्कि आरक्षित और अनारक्षित टिकट, केटरिंग, पार्किंग, पार्सल सेवा और स्टॉल किराये आदि के माध्यम से भी रतलाम मंडल को 1 अरब 94 लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय दे रहा है।
इसके बावजूद, वर्मा ने यह चिंता भी जताई कि इतनी बड़ी आमदनी के बावजूद इंदौर स्टेशन पर यात्री सुविधाएं अभी भी सीमित हैं। उन्होंने स्टेशन पर आधारभूत ढांचे के विस्तार और सुविधाओं के उन्नयन की आवश्यकता पर बल दिया।
इंदौर का यह प्रदर्शन बताता है कि यह स्टेशन न केवल व्यस्ततम है, बल्कि राजस्व के मामले में रतलाम मंडल की रीढ़ भी बन चुका है। अब ज़रूरत है कि आय के अनुपात में यहां यात्रियों को सुविधाएं भी दी जाएं।