भिलाई में गुरु पूर्णिमा महोत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न
भिलाई नगर, 12 जुलाई 2025। आध्यात्मिक चेतना और भक्ति की भावना से परिपूर्ण वातावरण में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन महर्षि वेदव्यास जयंती के अवसर पर निर्मल ज्ञान मंदिर, कबीर आश्रम, नेहरू नगर, भिलाई में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ।
यह आयोजन आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु, प्रबुद्धजन, युवा एवं महिला कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस अवसर पर आश्रम परिसर भक्तिमय वातावरण से गूंज उठा।
भंते डॉ. जीवक साहेब का विशेष उद्बोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बुद्ध मंदिर, कोसा नगर, भिलाई से पधारे भंते डॉ. जीवक साहेब ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु के बिना ज्ञान प्राप्ति संभव नहीं है। जीवन के हर चरण में मनुष्य किसी न किसी रूप में गुरु की शरण में होता है — माँ से लेकर समाज और शिक्षक तक। उन्होंने कहा कि गुरु जीवन को दिशा देने वाला, अज्ञानता से प्रकाश की ओर ले जाने वाला पथप्रदर्शक होता है।
अध्यक्षीय वक्तव्य और आयोजन की गरिमा
महोत्सव की अध्यक्षता आश्रम के कोषाध्यक्ष के. पी. साहू ने की। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि गुरु का स्थान देवताओं से भी ऊपर है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को भी गुरु परंपरा के महत्व को समझना चाहिए और अपने जीवन में उसका पालन करना चाहिए।
स्वागत भाषण एवं अन्य वक्ता
कार्यक्रम का स्वागत भाषण आश्रम के अध्यक्ष आत्माराम ने दिया। इसके बाद गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित भजनों की संगीतमय प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्होंने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
उपस्थित गणमान्य नागरिक और श्रद्धालु
इस अवसर पर दलजीत साहू, गौकरण साहू, प्रेमा दास, रामाधार साहू, विनोद साहू, अशोक साहू, तिलक वर्मा, कुमार भारद्वाज, उर्मिला साहू, प्रेमलता साहू, शीला साहू, लक्ष्मी साहू, जयंती साहू सहित आश्रम परिवार के ट्रस्टीगण, प्रबंधन समिति के पदाधिकारी, युवा और महिला प्रकोष्ठ के सदस्य तथा बड़ी संख्या में प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे।
मीडिया प्रभारी की ओर से जानकारी
इस आयोजन की जानकारी आश्रम के मीडिया प्रभारी डॉ. दीनदयाल साहू ने दी। उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा जैसे पर्वों के माध्यम से समाज में गुरु के प्रति आदर, श्रद्धा और संस्कारों को पुष्ट किया जाता है।
समापन में सभी उपस्थित जनों ने गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए भक्ति भाव से दिन का समापन किया। कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण किया गया और सभी ने आयोजन की सराहना की।