तिरुपति मंदिर का ‘शुद्धिकरण’ अनुष्ठान, लड्डू विवाद के बाद चार घंटे चला कार्यक्रम
तिरुपति मंदिर में लड्डू विवाद के बाद मंदिर का ‘शुद्धिकरण’ किया गया, जिसमें विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया गया। यह अनुष्ठान सोमवार सुबह 6 बजे शुरू हुआ और करीब 10 बजे तक चला। इस अनुष्ठान का मुख्य उद्देश्य भगवान वेंकटेश्वर स्वामी को कथित अपवित्र प्रथाओं से मुक्त करना था।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि लैबोरेट्री की रिपोर्ट में तिरुपति के प्रसिद्ध ‘प्रसादम’ (लड्डू) बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में फिश ऑयल और गोमांस की चर्बी मिलने का पता चला है। इस आरोप के बाद मंदिर प्रशासन और श्रद्धालुओं के बीच हड़कंप मच गया। शुद्धिकरण के इस अनुष्ठान का आयोजन मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने और भगवान की मूर्ति को पुनः शुद्ध करने के लिए किया गया था।