\

शुभदा पांडेय को मिला राष्ट्र भारती सम्मान-2024

राष्ट्र भारती -पश्चिम बंगाल के सभागार ‘सोनालय पारिजात’ में दिनांक 4/6/2024 को एक बृहद सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस सभा में वरेण्य साहित्यकार डा.( प्रो) शुभदा पांडेय -अध्यक्ष’ सम्भवम्,’- आगरा को आचार्य वैद्यनाथ शास्त्री की स्मृति में प्रवर्तित राष्ट्र भारती सम्मान से विभूषित किया गया।

इस समारोह में उत्तर बंगाल के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ भीखी प्रसाद वीरेंद्र, संस्था के अध्यक्ष आलोचक देवेन्द्र नाथ शुक्ल, विशिष्ट साहित्यकार डा. ओमप्रकाश पांडेय,’आपका तिस्ता हिमाचल ‘के संपादक डा. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, विशिष्ट कथाकार एवं कवि डा. मुन्ना लाल प्रसाद, कवयित्री डा. वंदना गुप्ता, सिलीगुड़ी महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार साव, प्रोफेसर डॉ पूनम सिंह, डा. प्रोफेसर कल्पना सिंह, और दैनिक विश्वामित्र (कोलकाता)की संवाददाता लक्ष्मी शर्मा उपस्थित रहे।

इनके अतिरिक्त अपने- अपने ढंग से डा. शुभदा पांडेय को अपनी रचनाओं से सम्मानित करने वाले विभिन्न व्यक्तित्वों में मुख्य रहे सुश्री बबीता अग्रवाल ‘कंवल ‘, हिंदी नेपाली की कवयित्री प्रतिमा जोशी, सुश्री किरण अग्रवाल, सुश्री रूबी प्रसाद, सुश्री श्रृतु अग्रवाल, सुश्री ममता , सुश्री प्रियंका जायसवाल, और मैथिल कवियत्री सुश्री बबीता झा हिंदी की जानी-मानी कवयित्री दिवंगत रंजना श्रीवास्तव की ग़ज़ल से सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने इस सभा को संगीतमय बना दिया।

इस समारोह को डा. शुभदा पांडेय ने अपने वक्तव्य और सुमधुर गीत से भारतीय कृषक- जीवन की मधुमयी चेतना को अभिव्यंजित किया। शुभदा पांडेय ने अपने विचार रखते हुए कहा कि ‘ लेखन और कवि- कर्म मानवीय संवेदना की अभिव्यक्ति और सृजनशीलता एक साधना है।’

इस अवसर पर डा. ओमप्रकाश पांडेय ने शुभदा पांडेय के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। डा. अजय साव ने उनकी निबंध शैली के लालित्य और विविधता पर विधिवत् वक्तत्व दिया।डा. भीखी प्रसाद ने कहा कि –‘ शुभदा जी का दार्शनिक चिंतन पर गहन विवेचन की आवश्यकता है।’

अध्यक्ष आलोचक देवेन्द्र नाथ शुक्ल ने निरंतर सृजनात्मक लेखन और काव्यात्मक अभिव्यक्ति की सराहना की। इस समारोह का संचालन डा. मुन्ना लाल प्रसाद ने किया। इस आयोजन के नेपथ्य में संस्था के महासचिव अधिवक्ता अत्रि देव शर्मा की अहं भूमिका रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *