मुख्यमंत्री को बस्तर दशहरे का न्योता
रायपुर, 12 सितम्बर 2017/ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में बस्तर दशहरा आयोजन समिति के प्रतिनिधि मंडल ने लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप के नेतृत्व में मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बस्तर दशहरा में शामिल होने का आमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया और आयोजन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। प्रतिनिधि मंडल में समिति के उपाध्यक्ष श्री लच्छू राम कश्यप सहित सर्वश्री राजेश श्रीवास्तव, बोंजाराम, बलराम मांझी, वीरो सिंह, त्रिनश, गंगाराम, अजय पाठक मेम्बरिन श्रीमती कमला श्रीमती धीरजमणी, श्रीमती सोमरी, श्रीमती सोनामनी, कुमारी ममता चौहान, अनेक मुरिया, मांझी, चालकी और मेम्बरिन शामिल थे।लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप ने मुख्यमंत्री को बताया कि बस्तर दशहरा का पूजा विधान 23 जुलाई को दंतेश्वरी मंदिर के सामने पाटाजात्रा पूजा विधान के साथ प्रारंभ हो गया है, चार सितम्बर को सिरहासार भवन में डेरीगड़ाई पूजा विधान का आयोजन किया गया, 20 सितम्बर को काछन गादी पूजा विधान, 21 सितम्बर को कलश पूजा विधान और जोगी बिठाई पूजा विधान, का आयोजन किया जाएगा, 22 सितम्बर से 27 सितम्बर तक सभी मंदिरों में नवरात्रि पूजा और रथ परिक्रमा का आयोजन होगा। दंतेश्वरी मंदिर में 28 सितम्बर को महाअष्टमी दुर्गा पूजा विधान और रात्रि 11 बजे निशाजात्रा पूजा विधान, 29 सितम्बर को कुंवारी पूजा विधान, जोगी उठाई पूजा विधान तथा मावली परघाव पूजा विधान का आयोजन होगा, 30 सितम्बर को भीतर रैनी पूजा विधान और रथ जात्रा पूजा विधान होगा। बाहर रैनी पूजा विधान का आयोजन एक अक्टूबर को कुम्हड़ाकोट में और कुम्हड़ाकोट से मां दंतेश्वरी मंदिर तक रथ जात्रा पूजा विधान, दो अक्टूर को काछन जात्रा पूजा विधान और 13 अक्टूबर को सिरहासार भवन में दोपहर एक बजे मुरिया दरबार का आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया और आयोजन की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। प्रतिनिधि मंडल में समिति के उपाध्यक्ष श्री लच्छू राम कश्यप सहित सर्वश्री राजेश श्रीवास्तव, बोंजाराम, बलराम मांझी, वीरो सिंह, त्रिनश, गंगाराम, अजय पाठक मेम्बरिन श्रीमती कमला श्रीमती धीरजमणी, श्रीमती सोमरी, श्रीमती सोनामनी, कुमारी ममता चौहान, अनेक मुरिया, मांझी, चालकी और मेम्बरिन शामिल थे।लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप ने मुख्यमंत्री को बताया कि बस्तर दशहरा का पूजा विधान 23 जुलाई को दंतेश्वरी मंदिर के सामने पाटाजात्रा पूजा विधान के साथ प्रारंभ हो गया है, चार सितम्बर को सिरहासार भवन में डेरीगड़ाई पूजा विधान का आयोजन किया गया, 20 सितम्बर को काछन गादी पूजा विधान, 21 सितम्बर को कलश पूजा विधान और जोगी बिठाई पूजा विधान, का आयोजन किया जाएगा, 22 सितम्बर से 27 सितम्बर तक सभी मंदिरों में नवरात्रि पूजा और रथ परिक्रमा का आयोजन होगा। दंतेश्वरी मंदिर में 28 सितम्बर को महाअष्टमी दुर्गा पूजा विधान और रात्रि 11 बजे निशाजात्रा पूजा विधान, 29 सितम्बर को कुंवारी पूजा विधान, जोगी उठाई पूजा विधान तथा मावली परघाव पूजा विधान का आयोजन होगा, 30 सितम्बर को भीतर रैनी पूजा विधान और रथ जात्रा पूजा विधान होगा। बाहर रैनी पूजा विधान का आयोजन एक अक्टूबर को कुम्हड़ाकोट में और कुम्हड़ाकोट से मां दंतेश्वरी मंदिर तक रथ जात्रा पूजा विधान, दो अक्टूर को काछन जात्रा पूजा विधान और 13 अक्टूबर को सिरहासार भवन में दोपहर एक बजे मुरिया दरबार का आयोजन किया जाएगा।
जय मां दंतेश्वरी