रतनपुर महामाया मंदिर में चाकूबाजी की घटना, दो युवक गंभीर रूप से घायल
नवरात्रि के पावन अवसर पर जहां एक ओर भक्त मां महामाया के दर्शन के लिए रतनपुर मंदिर पहुँच रहे हैं, वहीं सप्तमी की रात को मंदिर परिसर में हुई चाकूबाजी की घटना ने श्रद्धालुओं को दहशत में डाल दिया। घटना के दौरान मंदिर में अफरा-तफरी मच गई और श्रद्धालुओं में भय का माहौल बन गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सप्तमी की रात रतनपुर स्थित मां महामाया मंदिर में कुछ युवकों के बीच आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि दो युवकों पर चाकू से हमला कर दिया गया। हमले में दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
सुरक्षा बलों ने संभाला मोर्चा
घटना के तुरंत बाद मंदिर परिसर में मौजूद सुरक्षा कर्मियों और पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रण में लिया और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुँचाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया और हालात सामान्य किए।
इस अप्रत्याशित घटना के चलते कुछ समय के लिए दर्शन व्यवस्था बाधित हो गई थी, हालांकि बाद में व्यवस्था बहाल कर दी गई।
भीड़भाड़ में घटी वारदात, जांच में जुटी पुलिस
नवरात्रि के दौरान रतनपुर का महामाया मंदिर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहता है। सप्तमी की रात भी भारी संख्या में भक्त मां के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे थे। इसी भीड़ में चाकूबाजी की यह घटना घटी, जिससे लोग हतप्रभ रह गए।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। चश्मदीदों से पूछताछ की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है ताकि हमलावरों की पहचान कर कार्रवाई की जा सके।
धार्मिक स्थल में हिंसा से लोगों में आक्रोश
श्रद्धालुओं का कहना है कि धार्मिक स्थल पर इस तरह की घटना निंदनीय है और सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत है। खासकर नवरात्र जैसे पर्व पर जब हजारों की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं, तब ऐसी घटनाएं न केवल भक्तों की आस्था को चोट पहुंचाती हैं बल्कि पूरे माहौल को भयभीत कर देती हैं।
रतनपुर मंदिर का महत्व
गौरतलब है कि रतनपुर, बिलासपुर से लगभग 24 किलोमीटर दूर स्थित है और यहां स्थित मां महामाया देवी का मंदिर छत्तीसगढ़ के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। नवरात्रि के दौरान यहाँ राज्य भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
सप्तमी की रात हुई इस घटना ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता करने की बात कही है ताकि आगे इस प्रकार की कोई घटना न हो। श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की गई है।

