मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन हितग्राही को सौंपा पौधा एवं संकुल स्तरीय मेगा पालक-शिक्षक सम्मेलन में हुए सम्मिलित
रायपुर, 06 अगस्त 2024/मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत जशपुर जिले में चल रहे वृहत पौध वितरण अभियान का 2 लाखवां पौधा आज बंदरचुंआ की महतारी वंदन योजना की हितग्राही श्रीमती नीलम टोप्पो को सौंपा। गौरतलब है कि जशपुर जिले में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृहत वृक्षारोपण के लिए महतारी वंदन योजना की हितग्राहियों को निःशुल्क पौधा वितरण किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बीते विगत् माह 14 जुलाई को दुलदुला से की थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान के तहत जशपुर जिले में चल रहे वृहत पौध वितरण अभियान के हितग्राहियों को प्रमाण पत्र भी वितरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय उपस्थित रही।
श्रीमती टोप्पो ने बताया कि वह अपने घर के आंगन में अपनी सासु मां के नाम से यह आम का पौधा लगाएंगी। महतारी वंदन योजना को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें हर माह 1 हजार की राशि मिल रही है। पिछले माह मिली राशि से उन्होंने अपने बेटे ईशांत टोप्पो के लिए कॉपी, स्कूल बैग और पाठ्य सामग्री खरीद कर दिया, वह कक्षा 6 वीं का छात्र है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि मैं अपने स्वयं की राशि से यह पहली बार है जब अपने बच्चे को स्कूल के लिए कुछ खरीद कर दिलवायी हूं। यह महतारी वंदन से मिली राशि से ही संभव हुआ है। महतारी वंदन की राशि का उपयोग मैं अपने दैनिक उपयोग की सामग्री क्रय करने पर व्यय करती हूं साथ ही कुछ राशि को भविष्य के लिए बचत करके रखती हूं ताकि आपात स्थिति में उस राशि का उपयोग किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज जशपुर जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बंदरचुआँ में संकुल स्तरीय पालक-शिक्षक सम्मेलन में शामिल हुए और राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर शिक्षकों से चर्चा की। बैठक में बंदरचुआं स्कूल के शिक्षक, बच्चे और पलकों से मुख्यमंत्री श्री साय ने विस्तृत चर्चा की। इस दौरान उनके साथ उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय भी मौजूद रही। स्कूल में बच्चों ने प्रदर्शनी लगाई थी जिसका अवलोकन मुख्यमंत्री ने किया। बच्चों ने शिक्षा डिजिटल एप्प के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री साय को विस्तृत जानकारी दी। बच्चों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने बच्चों को अच्छी पढ़ाई के साथ खेल और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में भी शामिल होने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने अभिभावकों से बच्चों के शैक्षणिक विकास और स्कूलों के माध्यम से मिल रही शिक्षा की गतिविधियों के साथ ही ग्राम के विकास की बात करते हुए बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।