futured

हुनर से रोजगार कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण का सुनहरा अवसर, आवेदन सात जुलाई तक।

रायपुर. 30 जून 2018. भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा प्रायोजित हुनर से रोजगार कार्यक्रम के तहत निःशुल्क प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। पहले इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 जून निर्धारित थी। कार्यक्रम के तहत नया रायपुर के उपरवारा स्थित होटल प्रबंधन संस्थान द्वारा हाउसकीपिंगखाद्य उत्पादनखाद्य एवं पेय सेवा तथा होटल प्रबंधन से जुड़े अन्य कार्यो का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।  

होटल प्रबंधन संस्थान के प्रभारी प्राचार्य ने आज यहां बताया कि हुनर से रोजगार कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण के इच्छुक युवा 7 जुलाई की शाम पांच बजे तक अपने आवेदन तेलीबांधा, रायपुर के उद्योग भवन स्थित छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल कार्यालय में जमा कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 में 520 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। हाउसकीपिंग में प्रशिक्षण के लिए न्यूनतम योग्यता पांचवीं उत्तीर्ण, खाद्य उत्पादन के लिए आठवीं उत्तीर्ण एवं खाद्य एवं पेय सेवा के लिए दसवीं उत्तीर्ण रखी गई है।

See also  सड़क सुरक्षा के लिए यातायात पुलिस की सख्ती जारी, 79 प्रकरणों में की गई कार्रवाई

ऐसे उम्मीदवार जिन्होंने 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली हो, वे ही इस प्रशिक्षण के लिए पात्र होंगे। खाद्य उत्पादन में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले उम्मीदवारों को दो हजार रूपए और हाउसकीपिंग तथा खाद्य एवं पेय सेवा में प्रशिक्षण लेने वालों को 1500-1500 रूपए की छात्रवृत्ति दी जाएगी। प्रशिक्षुओं को निःशुल्क आवास एवं भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।

आवेदन पत्र के प्रारूप, नियम एवं शर्तो की जानकारी छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की वेबसाइट  www.tourism.cg.gov.in (डब्लूडब्लूडब्लू डॉट टूरिज्म डॉट सीजी डॉट जीओव्ही डॉट इन) या मंडल के पर्यटन सूचना केन्द्रों, मोटल या होटल से प्राप्त की जा सकती है।

आवेदन पत्र रायपुर के उद्योग भवन स्थित छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल कार्यालय में कार्यालयीन दिवसों में जमा किए जा सकते हैं। आवेदन पत्र ईमेल आईडी hsrtraipur@gmail.com पर या डाक के जरिए भी भेजे जा सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी दूरभाष नंबर 0771-4224617 या मोबाइल नंबर 9111022994 पर प्राप्त की जा सकती है

See also  आबकारी घोटाला: कवासी लखमा को मिला ₹64 करोड़, EOW ने ठोंका आरोप