छत्तीसगढ़ी भाषा में होगा इनसायक्लोपीडिया ऑफ़ रामायण के छत्तीसगढ़ खंड का निर्माण

इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण के निर्माण को लेकर प्रथम बैठक दिनांक 17.5.2020 को ऑनलाइन बैठक सिस्को वेबैक्स पर सायं 5: 45 से प्रारंभ हुई। इस बैठक के मुख्य अतिथि डॉ.योगेंद्र प्रताप सिंह, संयुक्त निदेशक, संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश शासन थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता संयोजक इनसाइक्लोपीडिया ऑफ रामायण श्री ललित शर्मा ने की।

डॉ योगेंद्र प्रताप सिंह ने इस इनसाइक्लोपीडिया के निर्माण के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि इस इनसाइक्लोपीडिया का निर्माण छत्तीसगढ़ी तथा अंग्रेजी में किया जाना है।

छत्तीसगढ़ी भाषा में इस इनसाइक्लोपीडिया ऑफ़ रामायण का निर्माण होना गौरव की बात है। इनसाइक्लोपीडिया लगभग 200 खंडों में प्रकाशित होता तथा प्रत्येक खंड 1100 पृष्ठों से अधिक का होगा।

कार्यक्रम के अध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि स्थापत्य कला. मूर्तिकला, चित्रकला – लोक चित्र, पारंपरिक चित्र, आधुनिक चित्र, संगीत कला – गायन, वादन एवं नृत्य, रामलीला, लोक साहित्य एवं जनजातीय साहित्य की सहायता लेकर इस इनसाइक्लोपीडिया का निर्माण किया जाएगा।

पांच साल में संपादित होने वाले इनसायक्लोपीडीया ऑफ़ रामायण के निर्माण कार्य में संबंधित विषयों के इच्छुक विद्वानों एवं शोधार्थियों का सहयोग लिया जाएगा।

इस बैठक में छत्तीसगढ़ प्रांत के विभिन्न विधाओं से संबंधित विद्वानों ने भाग लिया जिसमें डॉ. सतीश देशपांडे, डॉ .आनंद मूर्ति मिश्र, डॉ.नितेश कुमार मिश्र, डॉ.पी सी लाल यादव, डॉ. शंभू नाथ यादव, प्रभात सिंह, डॉ. बलदाऊ राम साहू, डॉ मोहन साहू, डॉ जितेन्द्र साहू, शिव कुमार पांडे, श्रीमती रेखा पांडे, विजय शर्मा, हरि सिंह क्षत्री, महंत लिखन दास उपस्थित थे। उक्त आशय की सूचना डॉ पुरुषोत्तम चंद्राकर ने दी है।