कोरिया में विज्ञान का उत्सव: मेगा स्काई वॉचिंग कार्यक्रम ने जगाई खगोल विज्ञान की लौ
कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर स्थित शासकीय आदर्श रामानुज हायर सेकेंडरी स्कूल के मिनी स्टेडियम में 10 मई की शाम विज्ञान प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव लेकर आई। यहां आयोजित मेगा स्काई वॉचिंग कार्यक्रम ने न सिर्फ विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान की दुनिया से रूबरू कराया, बल्कि उनकी वैज्ञानिक सोच को भी एक नई दिशा दी।
इस कार्यक्रम में जिले के 500 से अधिक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों की आंखों में खगोल विज्ञान को लेकर जिज्ञासा और रोमांच साफ झलक रहा था। टेलीस्कोप के माध्यम से चंद्रमा, मंगल और बृहस्पति ग्रह का सजीव अवलोकन कर उन्होंने अंतरिक्ष को नजदीक से महसूस किया। इसके साथ ही एलईडी स्क्रीन के माध्यम से ब्रह्मांडीय घटनाओं का रोचक प्रदर्शन भी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा।
इस आयोजन को जिला प्रशासन कोरिया, जूनियर रेड क्रॉस सोसाइटी और ब्रेकथ्रू साइंस सोसायटी कोरिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चेतना का संचार करना, तार्किक सोच को बढ़ावा देना और खगोलशास्त्र जैसे जटिल विषय को जन-सामान्य तक सरल तरीके से पहुँचाना था।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी रहीं। उनके साथ पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुर्रे एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती वंदना रजवाड़े ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। सभी अधिकारियों ने विद्यार्थियों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होता है, जो समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में उपस्थित वैज्ञानिकों – श्री पतित पावन कुइला, श्री विजय कुमार, सुश्री पूजा शर्मा और श्री कमल डडसेना – ने खगोलशास्त्र से जुड़े जटिल तथ्यों को सरल भाषा में विद्यार्थियों तक पहुँचाया। वहीं, टेलीस्कोप विशेषज्ञ श्री जीवन साहू और श्री नीरज कुमार ने बच्चों को उपकरणों की कार्यप्रणाली से भी परिचित कराया।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता की उपस्थिति ने शैक्षणिक समुदाय की इस पहल में सक्रिय भागीदारी को बल दिया। कार्यक्रम में जिले के शासकीय और निजी विद्यालयों के विद्यार्थी, शिक्षक, संस्था प्रमुख और अभिभावक भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
शाम 5 बजे शुरू हुआ यह आयोजन देर शाम तक चलता रहा, जिसमें सभी आयु वर्ग के लोगों ने खगोल विज्ञान की इस अद्भुत यात्रा का आनंद उठाया।
इस कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब बच्चों को विज्ञान से जुड़ने के लिए खुला मंच और सही मार्गदर्शन मिलता है, तो वे न केवल विज्ञान को समझते हैं बल्कि उसमें नए आयाम भी खोजने लगते हैं।
“विज्ञान समाज के लिए, मानवता के लिए और सोच के लिए” — इस मूलमंत्र के साथ आयोजित यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए ज्ञान और अनुभव का दुर्लभ संगम बन गया।
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