संसद बना अखाड़ा है – सप्ताह की कविता
समसामयिक राजनीति, समाज और सत्ता की विडंबनाओं पर आधारित एक प्रभावशाली व्यंग्यात्मक कविता — सोच को झकझोर देने वाली रचना।
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Read Moreमहाकवि मैथिलीशरण गुप्त की जयंती पर जानिए उनके जीवन, राष्ट्रप्रेम, साहित्यिक योगदान और कालजयी रचनाओं ‘भारत-भारती’, ‘साकेत’ व ‘पंचवटी’ की भावगंध।
Read Moreवरिष्ठ साहित्यकार शिवशंकर पटनायक, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के पिथौरा में रहकर हिन्दी गद्य साहित्य को समर्पित जीवन जिया, अब भी कलम से ही रचते हैं उपन्यास और कहानियाँ।
Read Moreछत्तीसगढ़ के लोक साहित्य को संरक्षित करने वाले पंडित अमृतलाल दुबे ने ‘तुलसी के बिरवा जगाय’ जैसे अमूल्य संग्रह के माध्यम से आदिवासी लोकगीतों की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण्ण बनाए रखा। जानिए उनके प्रेरक जीवन और साहित्यिक योगदान की कहानी।
Read Moreभिलाई स्थित साहित्यिक संस्था ‘अगासदिया’ ने प्रेमचंद जयंती की पूर्व संध्या पर ‘स्मरण-प्रेमचंद’ कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें उनकी कहानियों के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संग्रह पर चर्चा हुई और साहित्यिक प्रभावों पर विचार रखे गए।
Read Moreदुर्ग में डॉ. खूबचंद बघेल की 125वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ भ्रातृ संघ व मनवा कूर्मि समाज द्वारा भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उनके विचारों, साहित्यिक योगदान व राज्य निर्माण आंदोलन पर चर्चा हुई।
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