देखिए पंचमहाल के कलेशरी का प्राचीन शिल्प पथिक के संग : तरुण शुक्ला
पंचमहाल में लुणावाड़ा से बीस किलोमीटर दूर लवाणा गांव के पास कलेशरी या कलेशरी नी नाल (नाल मतलब दो पहाड़ी के बीच का रास्ता) नामक जगह है। जहाँ अद्भुत शिल्प स्थापत्य, मंदिर, वाव और घना जंगल है। यहाँ पर शिवरात्रि और जन्माष्टमी के दिन स्वयंभू लोकमेला लगता है ।
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