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विश्व बंजारा दिवस पर रायपुर में विशाल बंजारा महाकुंभ का आयोजन

रायपुर, 08 अप्रैल 2025 — राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आज ‘विश्व बंजारा दिवस’ के अवसर पर आयोजित विशाल बंजारा महाकुंभ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ, छत्तीसगढ़ द्वारा किया गया, जिसमें बंजारा समाज के हजारों लोगों की उपस्थिति रही।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम की शुरुआत बंजारा समाज के आराध्य श्री गुरुनानक देव और संत सेवालाल महाराज के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ की। उन्हें पारंपरिक बंजारा पोशाक पहनाकर सम्मानित किया गया तथा बंजारा समाज द्वारा प्रकाशित एक स्मारिका भी भेंट की गई। समाज की महिलाओं ने पारंपरिक ‘लड़ी नृत्य’ की आकर्षक प्रस्तुति दी।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “बंजारा समाज का इतिहास अत्यंत गौरवशाली है। यह समाज प्राचीनकाल से व्यापार से जुड़ा रहा है और देश की स्वतंत्रता में भी इसका उल्लेखनीय योगदान रहा है।” उन्होंने लखी शाह के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके पास लाखों बैल थे और वे काबुल-कंधार से लेकर चांदनी चौक तक व्यापार करते थे, लेकिन फिर भी विनम्र और परोपकारी बने रहे। उन्होंने 95 वर्ष की आयु में औरंगजेब की सेना का भी सामना किया।

मुख्यमंत्री साय ने बताया कि उनका बंजारा समाज से गहरा आत्मीय जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहा, “मेरे गांव बगिया के आसपास कई गांवों में बंजारा समाज के लोग निवास करते हैं, जिनमें हथगड़ा एक प्रमुख गांव है, जहां के लोग पारंपरिक रूप से कैटरिंग व्यवसाय में हैं।” उन्होंने छत्तीसगढ़ के बसना क्षेत्र में बंजारा समाज की बड़ी आबादी की भी चर्चा की और इस महाकुंभ को समाज की एकता और सशक्तिकरण का प्रतीक बताया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्य सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटियों को तेजी से अमल में ला रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति, 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना, धान की 3100 रुपए प्रति क्विंटल दर से खरीद, तथा तेंदूपत्ता संग्रहकों को 5500 रुपए प्रति बोरा दिए जा रहे हैं।

उन्होंने रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की भी जानकारी दी, जिसके तहत अब तक 22,000 से अधिक श्रद्धालु अयोध्या जाकर भगवान रामलला के दर्शन कर चुके हैं।

कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार के मृदा एवं जल संरक्षण मंत्री श्री संजय राठौड़ ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा, “केरल से कश्मीर तक बंजारा समाज की एकता इसकी भाषा, संस्कृति और परंपरा में परिलक्षित होती है। यह प्रकृति पूजक समाज पूरे देश में फैला हुआ है और अलग-अलग नामों से जाना जाता है।”

इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्य मंत्री श्री इंद्रनील नाइक, श्रीश्री मंडल के महंत स्वामी उमेशानंद गिरी महाराज, कर्नाटक के पूर्व सांसद श्री उमेश जाधव, बसना विधायक श्री सम्पत अग्रवाल, अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के अध्यक्ष श्री शंकर पवार, प्रदेश अध्यक्ष श्री सदाशिव रामजी नायक, श्री पिसी राठौड़, श्रीमती शीतल संजय राठौड़, श्रीमती मोहिनी ताई नायक सहित समाज के अन्य प्रमुख पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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