तुरमा गांव में महामाया मंदिर निर्माण का भूमि पूजन सम्पन्न
भाटापारा। बलौदा बाजार जिले के भाटापारा तहसील के अंतर्गत तुरमा गांव में जय मां महामाया युवा प्रभाग के तत्वावधान और ग्रामवासियों के सहयोग से कुलदेवी इष्ट देवी महामाया के भव्य मंदिर के निर्माण हेतु भूमि पूजन का आयोजन किया गया। यह आयोजन 25 नवंबर को विधिवत संपन्न हुआ।
भूमि पूजन समारोह में ग्राम के बैगा श्री मंशाराम निषाद ने वैदिक विधि से पूजन किया। इस अवसर पर बिल्हा के पत्थरखाम से पहुंचे पुजारी श्री दुर्गेश जगत, पुरैना से श्री मनसुख नेताम, एवं ग्राम के वरिष्ठ नागरिक श्री बंसीलाल मरकाम, श्री देवसिंह निषाद, श्री शत्रुघ्न यदु और श्री नरेश मरई सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
मंदिर निर्माण की इस पहल में जय मां महामाया युवा प्रभाग की भूमिका सराहनीय रही। प्रभाग के संस्थापक श्री दौलत छेदैहा, सचिव श्री गोपाल निषाद, कार्यकारिणी अध्यक्ष श्री परस मनहरे, अध्यक्ष श्री छबिराम पाल, उपाध्यक्ष श्री अशोक अनंत, कोषाध्यक्ष श्री वेद प्रकाश पाल, सह कोषाध्यक्ष श्री हरीपाल, सहसचिव श्री पारसमणी बंजारे, श्री ओम प्रकाश विश्वकर्मा, श्री धनेश्वर मनहरे, एवं अन्य पदाधिकारी पूरे आयोजन में सक्रिय रहे।
मंदिर निर्माण के लिए ग्रामवासियों ने अपने-अपने स्तर पर सहयोग किया। श्री अशोक अनंत ने 40 बोरी सीमेंट का दान किया। श्री देउक यादव ने 10 बोरी सीमेंट प्रदान की। श्री बिंदा प्रसाद ने अपना सेंट्रिंग का सामान और मिस्त्री मुफ्त में उपलब्ध कराने का वचन दिया। इसके अतिरिक्त, गांव के हर व्यक्ति ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार निर्माण सामग्री, श्रम और अन्य संसाधन प्रदान किए। इस आयोजन ने गांव में सामूहिकता और परस्पर सहयोग की भावना को मजबूत किया।
भूमि पूजन और मंदिर निर्माण में गड़रिया समाज, यदु समाज, केंवट समाज, गोंड समाज, और सतनामी समाज समेत सभी वर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ग्राम के उपसरपंच श्री मिठ्ठू लाल पाल, चिंताराम पाल, विशेष पाल, एवं फिरंताराम पाल ने ग्रामीणों को संगठित करने में अहम भूमिका निभाई।
यह भव्य मंदिर निर्माण केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि एकता और समर्पण का प्रतीक होगा। ग्रामीणों का कहना है कि यह मंदिर भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को यह प्रेरणा देगा कि परस्पर सहयोग से बड़े से बड़े कार्य संपन्न किए जा सकते हैं। मंदिर निर्माण को लेकर ग्रामवासियों में उत्साह स्पष्ट रूप से झलकता है। युवाओं की सक्रिय भागीदारी और समाज के सभी वर्गों का समर्पण इस पहल को विशेष बनाता है।
संवाददाता:
शोधार्थी तीजराम पाल