गुणवत्ताहीन कैल्शियम टैबलेट्स की समय पर पहचान और आपूर्ति पर रोक
रायपुर, 02 अगस्त 2025/ छत्तीसगढ़ राज्य में औषधि वितरण प्रणाली की सतर्कता और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली की पारदर्शिता का एक उदाहरण हाल ही में तब देखने को मिला जब कैल्शियम विटामिन डी 3 टैबलेट्स की एक खेप में खामी पाए जाने पर उसे तत्काल ब्लॉक कर दिया गया। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉरपोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) ने स्पष्ट किया है कि इन दोषपूर्ण टैबलेट्स को न तो किसी मरीज को दिया गया है और न ही किसी सरकारी अस्पताल को भेजा गया है।
प्रारंभिक जांच में ही पाई गई खामी
सीजीएमएससी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हेल्थ लाईफ फार्मा लिमिटेड द्वारा सप्लाई की गई कैल्शियम विटामिन डी 3 (500 मिलीग्राम) की कुल 6,500 यूनिट्स को 65 बॉक्सों में कोरबा वेयरहाउस में जमा किया गया था। वेयरहाउस कर्मियों ने दवा की प्रारंभिक जांच के दौरान पाया कि टैबलेट्स स्ट्रिप से बाहर निकालते ही टूट रही हैं। इस स्थिति की तत्काल सूचना संबंधित अधिकारियों, क्वालिटी कंट्रोल विभाग और सीजीएमएससी मुख्यालय को दी गई।
खेप पर तत्काल रोक और सप्लायर से स्पष्टीकरण
तुरंत कार्रवाई करते हुए टैबलेट्स के उस पूरे बैच को ब्लॉक कर दिया गया तथा प्रदायकर्ता संस्था के प्रतिनिधि को उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए। साथ ही सैंपल प्रस्तुत करने और दोषपूर्ण खेप को बदलने के आदेश भी जारी किए गए हैं। सीजीएमएससी ने यह स्पष्ट किया कि इस खेप का अब तक कोई मटेरियल रिसीप्ट सर्टिफिकेट (Material Receipt Certificate) जारी नहीं किया गया था। ऐसी स्थिति में कोई भी दवा राज्य की स्वास्थ्य संस्थाओं को वितरित नहीं की जाती।
सख्त गुणवत्ता निगरानी व्यवस्था
सीजीएमएससी ने आश्वस्त किया है कि राज्य में दवा आपूर्ति की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी, उत्तरदायी और गुणवत्ता आधारित है। प्रत्येक बैच की जांच वेयरहाउस में प्राप्त होते ही की जाती है, और सभी दवाओं का परीक्षण एन.ए.बी.एल. (NABL) मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में कराया जाता है। बिना परीक्षण और गुणवत्ता प्रमाणन के कोई भी दवा इनवेंटरी में शामिल नहीं की जाती और न ही मरीजों तक पहुंचाई जाती है।
दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी
सीजीएमएससी ने हेल्थ लाईफ फार्मा लिमिटेड को टेंडर की शर्तों के अनुरूप दोषपूर्ण खेप को बदलने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि यदि प्रदायकर्ता संस्था द्वारा तय शर्तों का पालन नहीं किया गया, तो उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
नागरिकों के लिए भरोसे का संदेश
सीजीएमएससी ने छत्तीसगढ़ के नागरिकों को भरोसा दिलाया है कि राज्य में केवल प्रमाणित और गुणवत्तायुक्त दवाएं ही मरीजों को उपलब्ध कराई जाती हैं। जैसे ही किसी खेप में खामी पाई जाती है, उसे तत्काल प्रभाव से रोका जाता है और दोषी संस्था के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाती है। यह घटना राज्य की दवा आपूर्ति प्रणाली की सजगता और संवेदनशीलता का प्रमाण है।