छत्तीसगढ़ी व्यंग्य संग्रह ‘कलंकपुर के कलंक’ का विमोचन, काव्य गोष्ठी और वृक्षारोपण भी संपन्न
भिलाई नगर, 25 जुलाई 2025/ साहू मित्र सभा के साहित्य प्रकोष्ठ द्वारा सुपेला (भिलाई नगर) स्थित अपने सभागार में 24 जुलाई को अपराह्न एक भव्य साहित्यिक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. दीनदयाल साहू के छत्तीसगढ़ी व्यंग्य-संग्रह ‘कलंकपुर के कलंक’ का विमोचन किया गया। इस संग्रह में उनके 21 व्यंग्य-लेख शामिल हैं।
समारोह के द्वितीय सत्र में काव्य गोष्ठी और वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। डॉ. दीनदयाल साहू की अब तक छत्तीसगढ़ी और हिन्दी में विभिन्न विधाओं में 18 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके नवीनतम व्यंग्य-संग्रह ‘कलंकपुर के कलंक’ का विमोचन राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त व्यंग्यकार तथा दुर्ग निवासी श्री विनोद साव ने मुख्य अतिथि के रूप में किया।
समारोह की अध्यक्षता साहू मित्र सभा, भिलाई के अध्यक्ष श्री खेदराम साहू ने की। विशिष्ट अतिथियों में डॉ. वेदवती मंडावी (साहित्यकार एवं प्रांतीय अध्यक्ष, प्रगति महिला गोंडवाना समाज), डॉ. डी.पी. देशमुख (सम्पादक, कला परम्परा एवं यूट्यूब चैनल अंगना के गोठ), डॉ. ऋचा ठाकुर (प्राचार्य, शासकीय नवीन संगीत महाविद्यालय दुर्ग), डॉ. मणि मेखला शुक्ला (प्राध्यापक, राजनीति विज्ञान) तथा डॉ. शबाना (कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय) उपस्थित रहीं।
अतिथियों ने व्यंग्य-संग्रह ‘कलंकपुर के कलंक’ पर विस्तार से चर्चा की और इसके सामाजिक परिप्रेक्ष्य में दिए गए संदेशों को रेखांकित किया। वक्ताओं ने व्यंग्य विधा की सामाजिक भूमिका और समकालीन समाज में इसकी प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला। सभी ने डॉ. दीनदयाल साहू को उनकी नवीनतम कृति के प्रकाशन पर शुभकामनाएँ दीं।
समारोह के दूसरे सत्र में आयोजित काव्य गोष्ठी में अंचल के कवियों ने सावन और हरेली पर्व पर आधारित काव्य पाठ किया। गोष्ठी में भाग लेने वाले प्रमुख कवियों में डॉ. नीलकंठ देवांगन, फकीर राम साहू, के.पी. साहू, इस्माइल आज़ाद, टेकचंद साहू, डालेश्वरी साहू, ओमप्रकाश जायसवाल, हेमलाल साहू निर्मोही, श्रद्धा वर्मा, रियाज़ खान गौहर, डॉ. नौशाद सिद्दीकी, डॉ. राघवेन्द्र राज, उमाशंकर क्रोधी, जितेन्द्र वर्मा वैद्य, रामकुमार वर्मा, इंद्रजीत दादर, श्रीमती रूही साहू, सिद्धार्थ साव, हर्ष देव साहू, गजेन्द्र द्विवेदी गिरीश, सोनी त्रिपाठी, दिनेश हिरवानी, गजेन्द्र गंजीर, बद्री प्रसाद पारकर, अरुण साहू, भागवत निषाद, उन्मेष साहू, नोमिन साहू, योगेन्द्र दास, बेगन लाल, दिलेश्वरी साहू सहित अनेक रचनाकार सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, साहित्य प्रेमी, अंचल के साहित्यकार तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जागृति सार्वा ने किया तथा आभार प्रदर्शन लालजी साहू द्वारा किया गया।