पाक सेना का दावा: ‘अभिनंदन पकड़ने वाला मेजर’ मुठभेड़ में मारे गए
पाकिस्तान सेना के विशेष सेवा समूह (SSG) से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी, मेजर सैयद मोइज़ अब्बास शाह, की वजीरिस्तान में तालिबान आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई। वे वही अधिकारी थे, जिन्होंने 2019 में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हवाई संघर्ष के दौरान भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को कब्जे में लिया था और भीड़ से बचाया था।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई आईएसपीआर (ISPR) के अनुसार, यह मुठभेड़ दक्षिण वज़ीरिस्तान के सरारोगा इलाके में हुई, जो अफगान सीमा के पास स्थित है। इस ऑपरेशन में मेजर मोइज़ के अलावा लांस नायक जिब्रान उल्लाह भी शहीद हो गए, जबकि सेना ने 11 आतंकवादियों को ढेर किया और 7 को घायल कर दिया।
37 वर्षीय मेजर मोइज़ अब्बास शाह को 2011 में पाकिस्तानी सेना में कमीशन मिला था और वे बाद में स्पेशल सर्विसेज ग्रुप का हिस्सा बन गए। उस समय वे वजीरिस्तान के अस्थिर क्षेत्र में तैनात थे।
उनका अंतिम संस्कार चकवाल (पंजाब) स्थित उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। इससे पहले उनकी जनाज़े की नमाज़ रावलपिंडी स्थित चकला गैरीसन में पढ़ाई गई, जिसमें पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भी भाग लिया। उन्होंने मेजर शाह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “मेजर मोइज़ ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।”
मेजर मोइज़ की पहचान सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर 2019 के एक पुराने इंटरव्यू का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे तत्कालीन कप्तान के रूप में भारतीय पायलट अभिनंदन को पकड़ने और भीड़ से सुरक्षित निकालने की घटना का जिक्र कर रहे हैं।
तालिबान पाकिस्तान (TTP), जिसे पाकिस्तान में “फितना-ए-खवारिज़” कहा जाता है, देश में कई घातक आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। 2007 में बने इस संगठन का मकसद पाकिस्तान में कट्टर इस्लामी शासन लागू करना है और यह अल-कायदा से भी जुड़ा माना जाता है।