मीडिया चौपाल : नदियों पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
रायपुर/ नदी जल में बढते हुए प्रदूषण एवं मरती हुई नदियों पर विचार विमर्श एवं चिंतन करने के लिए ग्वालियर में मीडिया चौपाल द्वारा दो दिनी राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश भर से जल संरक्षण के लिए कार्य करने वाले वैज्ञानिक, प्रोफ़ेसर, मीडिया कर्मी, ब्लॉगर्स, सोशल मीडिया एक्टिविस्ट, रंगकर्मी, साहित्यकार, कालमनिस्ट, छात्र एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं उपस्थित होगें। इस कार्यशाला का आयोजन 10 एवं 11 अक्टूबर को जीवाजी विश्वद्यालय के परिसर में किया गया है।
ज्ञात हो कि स्पंदन, भोपाल 2012 से प्रतिवर्ष सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर इस चौपाल का आयोजन कर रहा है। स्पंदन एवं मध्यप्रदेश विज्ञान प्रौद्यौगिकी परिषद के साथ अटलबिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय, जीवाजी विश्वविद्यालय, वर्धा विश्वविद्यालय, इंदौर विश्वविद्यालय, इंक मीडिया संस्थान, लखनऊ विश्वविद्याल, खालसा कॉलेज दिल्ली, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भी सहयोगी के तौर पर सहभागी होगें।
इस कार्यक्रम में कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, सीनियर ब्यूरोक्रेट उमाकांत उमराव सहित 300 से अधिक विशेषज्ञ एवं प्रतिभागी सम्मिलित होगें। चौपाल में स्मारिका का भी प्रकाशन किया जाएगा। कार्यक्रम में मीडिया के जानकार अपने अनुभव साझा करेगें एवं विचार विमर्श द्वारा सुनिश्चित करेगें कि नदियों के संरक्षण में मीडिया की सक्रीय भूमिका बन सके। मीडिया चौपाल में 2012 से छत्तीसगढ़ के ब्लॉगर्स एवं मीडिया कर्मियों की सहभागिता रही और इस वर्ष भी अनेक लोगों के सम्मिलित होने की संभावना है। इस कार्यक्रम के मुख्य आयोजक स्पंदन संस्था के संयोजक अनिल सौमित्र हैं।