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प्राचीन सिक्कों पर हुए विद्वानों के व्याख्यान

संचालनालय संस्कृति एवं पुरातत्त्व, रायपुर द्वारा आयोजित प्राचीन अभिलेख, पुरालिपि, मुद्राशास्त्र एवं प्रतिमाशास्त्र पर केंद्रित कार्यशाला के दूसरे दिन मुद्राशास्त्र पर व्याख्यान हुए।

नागपुर से आये प्रो डॉ चन्द्रशेखर गुप्त ने सिक्कों की उत्पत्ति पर प्रकाश डालते हुए मध्यभारत के प्राचीन सिक्कों की विशेषताओं के विषय में बतलाया।

भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण अभिलेख शाखा नागपुर के पूर्व निदेशक डॉ जी एस ख़्वाजा ने मध्यकालीन सिक्कों खासकर सल्तनत और मुग़ल सिक्कों की खासियत और उनसे ज्ञात इतिहास के रोचक पहलुओं के बारे में बतलाया।

वहीं प्रो डॉ एल एस निगम ने छत्तीसगढ़ के सिक्कों और रिपोसे कॉइन्स की विशेषताओं से परिचित कराया।
संचालक संस्कृति एवं पुरात्तव ने आमंत्रित विद्वानों का आभार प्रकट करते हुए प्रतिक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया
डॉ ख़्वाजा ने इस प्रकार के आयोजन काम से कम एक सप्ताह तक आयोजित किये जाने का सुझाव दिया जिससे प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल प्रशिक्षण भी दिया जा सके
आयोजन में श्री ए के शर्मा, ललित शर्मा, जी एल रायकवार, वी पी नगायच, आर के बेहार, डॉ रीता पांडेय, के.पी. वर्मा,प्रभात सिंह जिला पुरातत्त्व संघ के सदस्य और विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित रहे। आज प्रतिमा शास्त्र पर विद्वानों के व्याख्यान होंगे।