दक्षिण एशियाई देशों के पुरातत्व, प्राचीन इतिहास और संस्कृति पर शोध संगोष्ठी रायपुर में

रायपुर, 14 फरवरी 2014/ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कल 15 फरवरी को देश-विदेश के इतिहासकार जुटेंगे और भारत सहित दक्षिण एशिया के देशों के इतिहास और पुरातत्व पर अपने शोध संदर्भों के साथ गंभीर विचार-विमर्श करेंगे। मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह सवेरे 10.30 बजे यहां राज्य सरकार के संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा आयोजित दक्षिण एशिया पुरातत्व सोसायटी के पांचवे अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। यह पांच दिवसीय सम्मेलन राजधानी रायपुर के निकटवर्ती ग्राम निमोरा स्थित राज्य ग्रामीण विकास संस्थान के सभागृह में आयोजित किया जा रहा है। शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री श्री अजय चन्द्राकर करेंगे। कृषि, जल संसाधन और धर्मस्व विभागों के मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर एस.के.पाण्डेय विशेष अतिथि और ललित कला अकादमी नई दिल्ली के अध्यक्ष, इतिहासकार डॉ. के.के.चक्रवर्ती समारोह में सारस्वत अतिथि के रूप में मिल होंगे।
इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए 14 फरवरी को सभी आमंत्रित विद्वानों और प्रतिनिधियों का पंजीयन किया जाएगा। सम्मेलन के दौरान छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों और दक्षिण एशियाई देशों के पुरातत्व, प्राचीन इतिहास और वहां की संस्कृति पर आधारित शोध संगोष्ठी भी होगी। यह सम्मेलन 18 फरवरी तक चलेगा। इसमें नेपाल, चीन, जापान, अफगानिस्तान, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, ईरान और बंागलादेश सहित फ्रांस तथा अमेरिका के पुरातत्व विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। शोध संगोष्ठी में स्टेटस आॅफ साइंटिफिक आर्कियोलाॅजी की थीम पर विद्वानों के शोध पत्र भी पढ़े जाएंगे। संगोष्ठी में इतिहास और पुरातत्व पर केन्द्रित ‘छत्तीसगढ़ की झलक’ शीर्षक से विशेष सत्र भी होगा। यह सम्मेलन संस्कृति विभाग तथा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा संयुक्त रूप से दक्षिण एशियाई पुरातत्व सोसायटी के वार्षिक अधिवेशन के रूप में आयोजित किया जा रहा है। इसमें लगभग डेढ़ सौ पुरातत्व विशेषज्ञ, इतिहासकार तथा जाने-माने लेखक शामिल होंगे।
सम्मेलन में नई दिल्ली के ,डॉ. के.एन. दीक्षित, महाराष्ट्र के प्रो. जामरेवड़कर, प्रो. दिगलूरकर, प्रो. के.पी. राव, महाराष्ट्र के ही प्रो. एम.एल.के.मूर्ति और प्रो. बसंत शिन्दे, असम के प्रो. रोबिन चैधरी और प्रो. आलोक त्रिपाठी,  गुजरात के प्रो. के.के.भान सहित छत्तीसगढ़ के डॉ. अरूण कुमार शर्मा, प्रो. एल.एस.निगम, ,डॉ.आर.एन.विश्वकर्मा,डॉ. दिनेश नंदिनी परिहार, श्री जी.एल.रायकवार, प्रो. प्रभुलाल मिश्रा, प्रो.विष्णु सिंह ठाकुर, ,डॉ.. रमेन्द्र नाथ मिश्र, ब्लॉग-लेखक श्री ललित शर्मा और अन्य अनेक इतिहासकार तथा पुरातत्व विशेषज्ञ आमंत्रित किए गए हैं। सम्मेलन के दौरान 17 फरवरी को समस्त प्रतिभागी छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल सिरपुर का अध्ययन भ्रमण करेंगे। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन समारोह 18 फरवरी को अपरान्ह 3.30 बजे पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के सभागृह में आयोजित किया जाएगा। राज्यपाल श्री शेखर दत्त समापन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।

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