मोदी ने कहा, ‘नक्सलवाद अब जंगलों से निकलकर शहरी इलाकों में फैल रहा है’
नक्सलवाद और शहरी नक्सलियों पर मोदी की टिप्पणी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक समाचार चैनल द्वारा आयोजित ‘रिपब्लिक प्लेनरी समिट’ में कहा कि नक्सलवाद अब देश में अपने अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा, “पिछले समय में 100 से अधिक जिले नक्सलवाद से प्रभावित थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर केवल दो दर्जन के आसपास रह गई है।” मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने ग्रामीण स्तर पर प्रशासन को प्रभावी बनाने के बाद यह बदलाव लाया है।
उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की निर्णायक कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा, “जंगलों से नक्सलवाद को खत्म किया जा रहा है, लेकिन अब यह शहरी इलाकों में फैलने लगा है, जो एक नई चुनौती पेश कर रहा है।” उन्होंने ‘शहरी नक्सलियों’ के बारे में भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन नक्सलियों ने अपनी जड़ें इतनी मजबूत कर ली हैं कि अब कुछ राजनीतिक दल भी उनकी विचारधारा को अपना रहे हैं।
कांग्रेस पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने लोगों की आकांक्षाओं को कुचला है, और अब लोग उससे किसी उम्मीद के बिना आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “आज का भारत बड़ा सोचता है, बड़ी मंजिलें तय करता है और बड़ी उपलब्धियां प्राप्त करता है। यही वजह है कि देश की मानसिकता बदल चुकी है और यह बदलाव पिछले एक दशक में उनकी सरकार के कार्यकाल के बाद देखा गया है।”
भारत की आर्थिक सफलता पर गर्व
मोदी ने भारत की आर्थिक सफलता पर भी गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 2007 में भारत का वार्षिक जीडीपी 1 लाख करोड़ रुपये था, लेकिन अब यह वही आंकड़ा एक तिमाही में हासिल किया जा रहा है।
देश की नई पहचान
प्रधानमंत्री ने भारत की छवि को भी बदलते हुए कहा कि अब देश को यह विश्वास है कि वह दुनिया को एक साथ नीचे नहीं खींचेगा, बल्कि वह दुनिया की दिशा को प्रभावित करेगा। उन्होंने कहा, “भारत अब आत्मनिर्भर बन चुका है। यहाँ से खिलौने से लेकर हथियार तक बनते हैं और यह अब एक निर्यातक देश बन चुका है।”
विकास और धरोहर के बीच संतुलन की जरूरत
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विकास और धरोहर दोनों का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने चेतावनी दी कि हमें शहरी नक्सलियों से बचकर रहना चाहिए, क्योंकि ये हमारे विकास और सांस्कृतिक धरोहर के विरोधी हैं।
समाप्ति
प्रधानमंत्री ने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्षी दल यह सवाल उठाते हैं कि मोदी कुछ खास कार्य क्यों नहीं कर रहे हैं, जिससे यह साबित होता है कि लोग अब मानते हैं कि मोदी कुछ कर सकते हैं।