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उत्तर प्रदेश सरकार पर विपक्ष का हमला, कहा- “जंगल राज” और भ्रष्टाचार बढ़ा

सोमवार को विपक्षी दलों ने उत्तर प्रदेश सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर हमला बोला, जिसमें कानून-व्यवस्था, किसानों की समस्याएं और भ्रष्टाचार शामिल हैं। उन्होंने योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार द्वारा आठ साल पूरे करने के बाद किए गए दावों पर सवाल उठाए और इसके बजाय आरोप लगाया कि राज्य में “जंगल राज” का माहौल है।

कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आठ सवाल पूछे, जिनमें युवाओं के भविष्य, किसानों, भ्रष्टाचार और आरक्षण के मुद्दे शामिल थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पूछा, “राज्य में युवाओं का भविष्य अंधकारमय क्यों है?” उन्होंने यह भी कहा कि पिछले आठ वर्षों में कई परीक्षा प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। राय ने सवाल किया कि बीजेपी सरकार के तहत किसान और श्रमिक क्यों संकट में हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले दिसंबर से नरेगा मजदूरों की सैकड़ों करोड़ रुपये की वेतन बकाया पड़ी हुई है, और पिछले आठ वर्षों में गन्ने की समर्थन मूल्य केवल तीन बार बढ़ी है।

अजय राय ने सरकार के “भ्रष्टाचार मुक्त राज्य” के दावे पर भी सवाल उठाया, हाल ही में आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश के निलंबन का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में कोई ऐसा विभाग नहीं है जहां काम “रिश्वत या कमीशन के बिना” हो रहा हो।

कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ने सरकार के “जूनियर अपराधी” होने का दावा खारिज करते हुए कहा कि राज्य अब “अपराध राज्य” बन चुका है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया, “राज्य की अर्थव्यवस्था इतनी खराब क्यों है?” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने 8 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया, लेकिन यह चुप है कि राज्य का कुल कर्ज लगभग 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने वाला है।

समाजवादी पार्टी (एसपी) ने भी कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरते हुए हमला किया। एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने “X” पर लिखा, “आठ साल, यूपी बर्बाद और सवाल ही सवाल।” समाजवादी पार्टी के आधिकारिक “X” हैंडल पर यह भी आरोप लगाया गया कि यूपी में “महाभ्रष्टाचार” है।

वहीं, बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी सोमवार को कहा कि बीजेपी सरकार का आठ साल का कार्यकाल पूरी तरह से जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से राज्य में कानून-व्यवस्था बेहद खराब हो गई है।

मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “X” पर कई पोस्ट कीं और लिखा, “कांग्रेस, बीजेपी या कोई भी पार्टी हमारे देश के संविधान को अपनी राजनीतिक लाभ के लिए बदलने की कोशिश न करें, खासकर आरक्षण के मुद्दे पर। BSP पूरी तरह से इसके खिलाफ लड़ने के लिए तैयार है, अगर जरूरत पड़ी तो।”

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