माघी पूर्णिमा मेला में शहीद नरेश कुमार ध्रुव को दी गई श्रद्धांजलि
भाटापारा बलौदाबाजार अंचल के ग्राम गुर्रा स्थित जोगिद्वीप में माघी पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित मेले में ग्राम गुर्रा के माटीपुत्र शहीद नरेश कुमार ध्रुव को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विदित हो कि शहीद नरेश कुमार ध्रुव 9 फरवरी 2025 को बीजापुर के नेशनल पार्क में नक्सली मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए थे। इस अवसर पर जोगिद्वीप में श्रद्धांजलि सभा एवं जमुनिया एवं बंजारी नदी के संगम स्थल पर गंगा आरती का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बलौदाबाजार जिले के एएसपी श्री हेमराम सिदार रहे। उनके साथ भाटापारा ग्रामीण थाना के थाना प्रभारी श्री लखेश केवट, श्री ईश्वर टोप्पो, थाना स्टाफ, श्री आर.के. कुंजाम (प्रांतीय महासचिव, गो.ध.स.स. रायपुर, छ.ग.), श्री भूपेंद्र ध्रुवंशी (जिलाध्यक्ष), श्री थानू नेताम (सचिव), श्री अभय ध्रुव (कोषाध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज ब.बा.), श्री जे.आर. ध्रुव (संकुल केंद्र प्रभारी), श्री धनीराम ध्रुव (रायपंच, ग्राम गुर्रा), श्री शहदेव ध्रुव (छड़ीदार), श्री बंशीलाल मरकाम (रायपंच, ग्राम तुरमा), ग्राम गुर्रा के सरपंच श्री गौरीशंकर जायसवाल एवं शहीद नरेश कुमार ध्रुव के पिता श्री नेतराम ध्रुव सहित परिवार के अन्य सदस्य तथा बड़ी संख्या में ग्रामवासी एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।
श्रद्धांजलि सभा एवं गंगा आरती का शुभारंभ अतिथियों के करकमलों से हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला के पीएचडी शोधार्थी श्री तीजराम पाल द्वारा किया गया। उन्होंने जोगिद्वीप के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यहां प्राचीन मंदिरों के अवशेष एवं विशाल प्रतिमाएँ प्राप्त हुई हैं, जो सदियों पुरानी हैं। उन्होंने इस क्षेत्र के अनछुए ऐतिहासिक रहस्यों को उजागर करने के प्रयास पर भी प्रकाश डाला।
शहीद नरेश कुमार ध्रुव की बहादुरी को नमन करते हुए अतिथियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। गंगा आरती का शुभारंभ शहीद के पुत्र पार्थ ध्रुव एवं उनके पिता श्री नेतराम ध्रुव के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लिया गया तथा नदी स्वच्छता एवं संरक्षण को जनकल्याण का महत्वपूर्ण आधार बताया गया।
प्रेषक: तीजराम पाल