स्वराज करुण

futuredपुस्तक समीक्षासाहित्य

मनुष्य के व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन को राह दिखाने वाली पुस्तक : बोल -बत्तीसा

‘बोल -बत्तीसा’ में उनके स्वयं के दोहों और मुक्तकों सहित अन्य कवियों की काव्य पंक्तियों का भी समावेश है. ये छोटी -छोटी रचनाएँ ‘गागर में सागर’ जैसी हैं. पुस्तक के मुख पृष्ठ में यह बताने का प्रयास किया गया है कि मानव जीवन में क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए.

Read More
futuredलोक-संस्कृति

ओड़िया भाषा का चलित महानाटक धनु-जात्रा 

स्वर्गीय श्री सुरेन्द्र प्रबुद्ध ने भारतीय नाट्य साहित्य के इतिहास के  तथ्यात्मक अध्ययन के आधार पर अपने आलेख में यह भी बताया था कि ओड़िशा की ‘धनुजात्रा” का इतिहास पांच सौ वर्षों से अधिक पुराना नहीं है। भरत मुनि भारतीय नाट्य साहित्य के आदि पुरुष और प्रवर्तक थे।

Read More
futuredसमाज

हिन्दी साहित्य में व्यंग्य विधा के संस्थापक हरिशंकर परसाई

उनकी लोकप्रिय व्यंग्य रचनाओं में ‘सदाचार का ताबीज’,और ‘इंस्पेक्टर मातादीन चाँद पर’ विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इसके अलावा ‘रानी नागफनी की कहानी’ उनका बहुचर्चित व्यंग्य उपन्यास है। वह हमेशा साम्प्रदायिकता के ख़िलाफ़ रहे। धार्मिक और जातीय संकीर्णताओं का उन्होंने अपनी व्यंग्य रचनाओं के माध्यम से हमेशा विरोध किया। वह अपनी कलम से साम्प्रदायिक शक्तियों का पर्दाफ़ाश भी करते रहे।

Read More
futuredहमारे नायक

छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता का इतिहास और ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ पत्रिका

जनवरी 1900 में प्रारंभ यह छत्तीसगढ़ की पहली मासिक पत्रिका थी, जिसके माध्यम से राज्य में पत्रकारिता की बुनियाद रखी गयी। पंडित वामन बलीराम लाखे जी इस पत्रिका के प्रकाशक थे। सुप्रसिद्ध साहित्यकार पंडित माधवराव सप्रे और उनके सहयोगी रामराव चिंचोलकर ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ के सम्पादक थे।

Read More
futuredसाहित्य

छत्तीसगढ़ में पले बढ़े छत्तीस भाषाओं के महारथी

छत्तीसगढ़ की माटी में, रायपुर की धरती पर पले-बढ़े हरिनाथ डे भी दुनिया की उन्हीं भूली-बिसरी विलक्षण प्रतिभाओं में से थे। उनकी जीवन यात्रा सिर्फ 34 साल की रही, लेकिन जुनून की हद तक भाषाएँ सीखने की दीवानगी ने उन्हें विश्व के महानतम भाषाविदों की प्रथम पंक्ति में प्रतिष्ठित कर दिया। उन्होंने छत्तीस भाषाओं का ज्ञान अर्जित किया।

Read More
futuredछत्तीसगढ

महासमुंद क्षेत्र की प्रथम महिला सांसद रूपकुमारी चौधरी के सम्मान में दो किलोमीटर लम्बा स्वागत जुलूस

लोकसभा के लिए महासमुंद क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की प्रथम निर्वाचित  महिला सांसद श्रीमती रूप कुमारी चौधरी के पिथौरा आगमन पर आज उनके सम्मान में लगभग दो किलोमीटर लम्बा स्वागत जुलूस निकाला गया। इस दौरान उनका भव्य और आत्मीय स्वागत किया गया।

Read More