कोरोना काल में सकारात्मक होने में ईश्वर का ही सहारा
वर्तमान समय में पूरा देश डर-डर कर जी रहा है, पर कोरोना इतना डर का रोग नहीं जिस तरह से
Read moreवर्तमान समय में पूरा देश डर-डर कर जी रहा है, पर कोरोना इतना डर का रोग नहीं जिस तरह से
Read moreॠग्वेद कहता है -समानः मन्त्रः समितिः समानी, समानं मनः, सः चित्तम् एषाम (हों विचार समान सबके, चित्त मन सब एक हों।) विचारों की समानता एवं चित्त मन के एकसार होने पर निश्छल मित्रता होती है, जिसकी कोई पार नहीं पा सकता। ऐसी मित्रता के कई उदाहरण हमें वांग्मय एवं समाज में मिलते हैं।
Read more