जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया : छत्तीसगढ़ी चेतना के स्वर
वास्तव में लक्ष्मण मस्तुरिया की ये हिन्दी कविताएँ मानव हृदय की कोमल भावनाओं के साथ गाँव, शहर, देश और समाज की जीवन व्यापी हलचल और आज के मनुष्य के दुःख-दर्द का एक जीवंत दस्तावेज़ हैं।
Read moreवास्तव में लक्ष्मण मस्तुरिया की ये हिन्दी कविताएँ मानव हृदय की कोमल भावनाओं के साथ गाँव, शहर, देश और समाज की जीवन व्यापी हलचल और आज के मनुष्य के दुःख-दर्द का एक जीवंत दस्तावेज़ हैं।
Read moreछत्तीसगढ़ के बालरामपुर जिले के घाघरा गांव में एक जंगली हाथी ने महेन्द्र गोंड नामक व्यक्ति को कुचलकर मार डाला। यह घटना उस समय हुई जब महेन्द्र और अन्य गांववाले खेतों में फसल की निगरानी कर रहे थे। वन विभाग ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मृतक के परिवार को राहत राशि प्रदान की।
Read more