आचार्य ललित मुनि

futuredधर्म-अध्यात्म

भारत में गाणपत्य परंपरा और गणेश उपासना का सांस्कृतिक विस्तार

भारत में गाणपत्य सम्प्रदाय का ऐतिहासिक विकास गणेश उपासना की निरंतर यात्रा है। वैदिक विनायक से पौराणिक गजानन और आधुनिक विघ्नहर्ता तक, यह परंपरा धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक रही है।

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futuredपॉजिटिव स्टोरी

उन गुरुओं को नमन जिन्होंने भारत को दिशा दी : शिक्षक दिवस

जानिए कैसे गुरु-शिष्य परंपरा से लेकर आर्य समाज और आधुनिक शिक्षा संस्थानों तक भारत की शिक्षण परंपरा ने समाज को नई दिशा दी। तक्षशिला, नालंदा, गुरुकुल से लेकर DAV स्कूलों और शांतिनिकेतन तक का प्रेरक इतिहास।

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futuredलोक-संस्कृति

धर्म संस्कृति, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था एवं जैवविविधता का आधार कल्पवृक्ष नारियल

“नारियल केवल एक फल नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, धर्म, लोकजीवन, साहित्य, स्वास्थ्य, जैवविविधता और अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा है। जानिए नारियल का इतिहास, धार्मिक महत्व और भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में इसका योगदान।”

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futuredलोक-संस्कृति

खत लिख दे सांवरिया के नाम बाबू

“पत्र लेखन का इतिहास भारत में रामायण- महाभारत काल से मिलता है। डाकिया भावनाओं का संदेशवाहक था, लेकिन डिजिटल युग ने चिट्ठियों की परंपरा को लगभग समाप्त कर दिया है। विश्व पत्र लेखन दिवस हमें उस भावनात्मक जुड़ाव की याद दिलाता है।”

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futuredहमारे नायक

स्वतंत्रता संग्राम के निर्भीक क्रांतिकारी और बीबीडी बाग के अमर नायक : बिनय कृष्ण बसु

बिनय कृष्ण बसु भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने बादल और दिनेश के साथ मिलकर राइटर्स बिल्डिंग पर हमला कर ब्रिटिश राज को हिला दिया। उनकी शहादत ने युवाओं में आजादी का जोश भर दिया।

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futuredलोक-संस्कृति

भाई-बहनों के मिलन और नारी शक्ति का प्रतीक है तीजा तिहार

तीजा तिहार छत्तीसगढ़ का प्रमुख लोकपर्व है, जो केवल धार्मिक व्रत नहीं बल्कि भाई-बहनों के स्नेह, पारिवारिक मिलन, सामूहिक आनंद और नारी शक्ति का उत्सव है।

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