ऑपरेशन सिंदूर: एक आध्यात्मिक वैश्विक राष्ट्रयुद्ध
“ऑपरेशन सिंदूर” एक सैन्य नहीं, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राष्ट्रयुद्ध है—नारी सम्मान, धर्म और मानवता की रक्षा हेतु भारत की आत्मा की पुकार।
Read More“ऑपरेशन सिंदूर” एक सैन्य नहीं, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राष्ट्रयुद्ध है—नारी सम्मान, धर्म और मानवता की रक्षा हेतु भारत की आत्मा की पुकार।
Read Moreज्येष्ठ कृष्ण द्वितीया को देवर्षि नारद की जयंती के रूप में मनाया जाता है। संवाद, संस्कृति और सत्य के प्रचार में उनके योगदान को आधुनिक पत्रकारिता का आदर्श माना जाता है। वे केवल देवताओं के प्रवक्ता नहीं, बल्कि समाज सुधार, नीति मार्गदर्शन और धर्म की स्थापना के प्रेरक भी थे। उनका जीवन आज के संवाद माध्यमों के लिए एक मार्गदर्शक सिद्धांत है।
Read Moreछत्रपति संभाजी महाराज भारतीय इतिहास के वे अमर बलिदानी हैं, जिन्होंने औरंगजेब की क्रूर यातनाओं को झेलकर भी धर्म और देश की रक्षा की। उनका जीवन संघर्ष, शौर्य और अटूट संकल्प की मिसाल है। जानिए कैसे उन्होंने 210 युद्ध जीते और अंत तक हिंदवी स्वराज्य के लिए लड़ते हुए अमर बलिदान दिया।
Read More49 वर्षों के अपने शासनकाल में औरंगजेब ने एक ऐसा ऐतिहासिक कालखंड निर्मित किया, जो भय, दमन, और धार्मिक असहिष्णुता का प्रतीक बन गया। उसका यह आदेश एक सुनियोजित सांस्कृतिक विलोपन का प्रयास था, जिसने भारत की आत्मा को आहत किया।
Read Moreस्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती ने वनवासी क्षेत्रों में सक्रिय ईसाई मिशनरियों और माओवादी तत्वों के खिलाफ कार्य किया, जिससे उनके ऊपर कई बार हमले हुए। 23 अगस्त 2008 को, स्वामी जी और उनके चार शिष्यों की निर्मम हत्या कर दी गई, जिसे ईसाई मिशनरियों और माओवादियों का षड्यंत्र माना गया। स्वामी जी ने लगभग चालीस वर्षों तक वनवासियों के मतान्तरण और माओवादी गतिविधियों के विरुद्ध संघर्ष किया, जिसके कारण उन्हें कई बार धमकियों और हमलों का सामना करना पड़ा।
Read Moreएक के बाद एक लगातार हिन्दुओं को राजनीतिक दाँव-पेंच में कसा जा रहा है। उनके अधिकारों को खत्म करते कानून बनाए गये। अंग्रेजों ने तो ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति पर चलकर हिन्दुओं पर जैसा कहर बरपाया उसकी मिसाल नहीं दी जा सकती। अंग्रेजों ने हिन्दू शब्द को आयातित बतलाकर हमारे इतिहास में उतार दिया।
Read More