रामलीला

futuredधर्म-अध्यात्म

चालिस वर्षों से मंचित हो रही है ग्राम तुरमा में रामलीला

जन-जन के हृदय में वास करने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी की अद्भुत लीला के मंचन का इतिहास छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार जिले के भाटापारा तहसील के अंतर्गत तुरमा नामक गांव में देखने को मिला, जहां पर रामलीला का मंचन सन 1983-84 से अद्यतन होते आ रहा है।

Read More
futuredताजा खबरें

राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने विजयादशमी पर दी शुभकामनाएं

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजयादशमी के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। मुर्मू ने इसे अन्याय पर न्याय की विजय का त्योहार बताते हुए सभी को खुशियों और समृद्धि की कामना की। मोदी ने भी माँ दुर्गा और भगवान राम के आशीर्वाद से विजय की शुभकामनाएं दी।

Read More
futuredधर्म-अध्यात्म

देवी दुर्गा की आराधना और ऋतु परिवर्तन का पर्व नवरात्रि

नवरात्रि को कृषि और ऋतु परिवर्तन के संदर्भ में भी देखा जाता है। यह समय फसल की कटाई और नई फसल की बुवाई का होता है। शारदीय नवरात्रि विशेष रूप से शरद ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है, जब मौसम बदलता है और धरती पर नई ऊर्जा का संचार होता है।

Read More
futuredलोक-संस्कृति

छत्तीसगढ़ में आठे कन्हैया और जन्माष्टमी उत्सव

रायगढ़ के राजा भूपदेवसिंह के शासनकाल में नगर दरोगा ठाकुर रामचरण सिंह जात्रा से प्रभावित रास के निष्णात कलाकार थे। उन्होंने इस क्षेत्र में रामलीला और रासलीला के विकास के लिए अविस्मरणीय प्रयास किया। गौद, मल्दा, नरियरा और अकलतरा रासलीला के लिए और शिवरीनारायण, किकिरदा, रतनपुर, सारंगढ़ और कवर्धा रामलीला के लिए प्रसिद्ध थे। नरियरा के रासलीला को इतनी प्रसिद्धि मिली कि उसे ‘छत्तीसगढ़ का वृंदावन‘ कहा जाने लगा।

Read More
futuredलोक-संस्कृति

प्रदर्शन कलाओं में रघुनंदन

जनजातीय संस्कृति का भी रामायण से नज़दीकी रिस्ता है। यहाँ कातकरी खुद को वानर सेना का वंशज मानते हैं। भील माता शबरी को अपना वंशज मानते हैं।सह्याद्रि क्षेत्र के वनवासी हर साल बोहाडा उत्सव मनाते हैं।

Read More
futuredछत्तीसगढलोक-संस्कृति

दक्षिण कोसल की रामलीला एवं उसका सामाजिक प्रभाव विषय पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार सम्पन्न

रायपुर .“दक्षिण कोसल की रामलीला एवं उसका सामाजिक प्रभाव”विषय पर हुई वेबिनार में वक्ताओं ने कहा कि रामलीला केवल आस्था तक सीमित नहीं हैं। वास्तव में यह तो संस्कार का अहम् स्रोत है।

Read More