क्रांतिकारी नानक भील का बलिदान: अंग्रेजों की गोली सीने पर खाकर दिया किसानों की आवाज को नया जीवन
13 जून 1923 को डाबी में अंग्रेजों की गोली से शहीद हुए नानक भील ने किसान शोषण के खिलाफ आंदोलन चलाया और वनवासी समाज को जागरूक किया।
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Read Moreबलिदानी नानक भील वनवासी थे लेकिन उन्होंने एक सशक्त किसान आँदोलन चलाया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान खाली हुआ अपना खजाना भरने केलिये अंग्रेजों ने भारत में बलपूर्वक बसूली शुरु करदी। इससे सर्वाधिक प्रभावित किसान हुये।
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