छत्तीसगढ़ शिक्षा में रच रहा नई कहानी, मुख्यमंत्री ने आकांक्षा विद्यालय की सराहना की
रायपुर 5 मई 2025/ मुख्यमंत्री श्री साय ने आकांक्षा विद्यालय का दौरा कर वहां जेईई और पीएससी की कोचिंग ले रहे विद्यार्थियों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों के साथ संवाद किया, उनकी तैयारियों की जानकारी ली और उन्हें प्रोत्साहित करते हुए सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं, बल्कि सफल और सार्थक जीवन की नींव है।
मुख्यमंत्री ने आकांक्षा विद्यालय द्वारा दी जा रही कोचिंग सुविधाओं की सराहना की और विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे उपलब्ध संसाधनों का पूरा लाभ उठाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध है और छात्रों की सफलता के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री से सीधा संवाद कर विद्यार्थी बेहद उत्साहित नजर आए। बलौदा विकासखंड के पीसौद गांव की प्रतिभा साहू ने बताया कि आकांक्षा विद्यालय में कक्षा 12वीं की छात्रा रिया विश्वकर्मा, जिनके पिता किसान हैं, को आकांक्षा प्लेटफॉर्म से बड़ी मदद मिली। वह जेईई की तैयारी कर रही हैं और इंजीनियर बनने का सपना देख रही हैं। शक्ति जिले के खेवड़ा गांव के लोकेश्वर ने बताया कि 2018 में आकांक्षा विद्यालय में प्रवेश लिया, वहां इंजीनियरिंग की कोचिंग की और अब गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, बिलासपुर से डिग्री प्राप्त कर बालको में ₹7 लाख वार्षिक पैकेज की नौकरी हासिल की। उन्होंने इस पहल के लिए शासन-प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वे सुशासन तिहार के तहत विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने आए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गांव, गरीब और आमजन तक बुनियादी सुविधाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने आकांक्षा विद्यालय के छात्रों को आगे बढ़ने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है और इंजीनियरिंग, मेडिकल समेत सभी प्रमुख शिक्षण संस्थान यहां उपलब्ध हैं। यूपीएससी कोचिंग के लिए दिल्ली में गरीब छात्रों के लिए छात्रावास में सीटें बढ़ाई गई हैं, और प्रत्येक जिले में नालंदा परिसर बनाने की पहल की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने आकांक्षा विद्यालय के बच्चों के साथ रात्रिभोज भी किया। उन्होंने कहा कि सुशासन के माध्यम से आमजन के साथ किया गया संवाद निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा को नई दिशा देगा।
गौरतलब है कि जांजगीर जिले में 2018 से संचालित आकांक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य सामाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ना है। इसके तहत इंजीनियरिंग, मेडिकल, पीएससी, व्यापम, रेलवे, एसएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क कोचिंग, नोट्स, किताबें और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। अब तक इस कोचिंग के माध्यम से 90 से अधिक छात्र जेईई और नीट जैसी परीक्षाओं में सफल हो चुके हैं।