धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे विषयों में सभी सजग रहे : डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना
रायपुर/ 2 जुन/ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संघ शिक्षा वर्ग का रविवार को राजधानी के बूढ़ापारा आउटडोर स्टेडियम में सार्वजनिक कार्यक्रम के जरिए समापन हुआ। समापन अवसर पर 11 जिलों के कुल 578 स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। उन्होंने 15 दिन तक घर से दूर रहकर संगठन व समाज के लिए जो प्रशिक्षण प्राप्त किया, उसका प्रदर्शन किया। स्वयंसेवकों ने 45 मिनट बिना रुके गणसमता, पदविन्यास, निःयुद्ध, दंड-संचालन, दंडयुद्ध, खेल, योगासन, सामूहिक समता का शारीरिक कौशल दिखाया।
उल्लेखनीय है कि संघ शिक्षावर्ग का आयोजन इस साल राजधानी के करीब डूंडा स्थित कृष्णा पब्लिक स्कूल में गत 18 मई से 2 जून के बीच किया गया। 3 जून को दीक्षांत कार्यक्रम के बाद वर्ग का विधिवत समापन होगा। आउटडोर स्टेडियम में हुए सार्वजनिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि पद्मश्री जागेश्वर यादव और मुख्य वक्ता क्षेत्र संघचालक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना विशेष रूप से मौजूद रहे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मध्य क्षेत्र संघचालक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना ने कहा कि हिंदू समाज जाग गया है, जिसके कारण समाज में परिवर्तन आ रहे हैं, देश अपने पैरों पर खड़ा हो रहा है और अंदरूनी देश विरोधी शत्रु बेनकाब हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज समाज में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन आ रहा है कि अंदरूनी देश विरोधी शत्रु बेनकाब हो रहे हैं। ऐसे लोग अब अर्बन नक्सल या टुकड़े-टुकड़े गैंग के नाम से पहचाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनके सही स्वरूप को समझना अभी भी बहुत बाकी है। ये कम्युनिस्ट आज पूरे देश में वर्ग संघर्ष, परिवार में लड़ाई पैदा करना, अगाड़ी जाति पिछड़ी जाति, एक भाषा दूसरी भाषा, लोकल बाहरी, उद्योगपति – गांव वाले आदि कहकर यह किसी को जीताना नहीं चाहते, यह सिर्फ लड़ाना चाहते हैं इसलिए आप सभी ऐसे विमर्श के प्रति चौकन्ना रहें जो आपको किसी से लड़ा रहा हो। उन्होंने यह भी कहा कि आज के युग में नए देश, युद्ध से नहीं बनते, आंतरिक फूट से बनवाए जाते हैं। बदलते जनसंख्या अनुपात इसको बल देते हैं। डॉ. सक्सेना ने किसी संगठन का नाम लिए बिना राष्ट्रविरोधी अभियान चलाने वाली शक्तियों की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत के टुकड़े कर कश्मीर, केरल, मणिपुर को भारत से तोड़ने की बातें करने वाली शक्तियाँ कभी सफल नही होंगी।
हिन्दुओं को जगाने धार्मिक संस्थान होंगे आकर्षण मुख्यवक्ता डॉ. सक्सेना ने स्वयंसेवकों से कहा कि हिंदुओं को जगाने के आकर्षण के केंद्र में धार्मिक संस्थान हैं। उन्होंने धार्मिक संस्थानों में सामूहिक गतिविधियों पर जोर देते हुए कहा कि हिंदू समाज सर्वस्पर्शी एवं सर्वव्यापी बने, यही प्रयास होना चाहिए। उन्होंने छुआछूत के भाव से दूर रहने, पानी की बचत करने, तुलसी का पौधा लगाने, मांगलिक प्रसंग पर वृक्षारोपण करने, प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने, स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग बढ़ाने, धार्मिक ग्रंथों को घर में रखने, घर की नाम पट्टिका हिंदी में लिखने, परिवार के सभी लोगों के एक साथ भोजन करने और पाश्चात्य अंधानुकरण को आने से रोकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे विषयों में सभी सजग रहे।
संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के नाम में बदलाव किया गया। प्रथम वर्ष को संघ शिक्षा वर्ग, द्वितीय वर्ष को कार्यकर्ता विकास वर्ग और तृतीय वर्ष को कार्यकर्ता विकास वर्ग दो का नाम दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री जागेश्वर यादव ने अपने संबोधन में स्वयंसेवकों की कठिन साधना और परिश्रम, आत्मबल की सराहना की और कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एक कल्पवृक्ष है। समाज को जागरूक करने की प्रेरणा संघ से मिलती है, इसलिए सभी स्वयंसेवक शिक्षार्थी जो प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों, समाजों से आए हैं, वह वापस अपने क्षेत्र में जाकर अपने समाज को जागरूक कर, राष्ट्र कार्य के लिए प्रेरित करें और उनके लिए कार्य करें। इस दौरान मंच पर प्रांत संघचालक डॉ. टोपलाल वर्मा, महानगर संघचालक महेश बिड़ला वर्ग के सर्वाधिकारी भगवान दास बंसल उपस्थित थे। वृत्त कथन वर्ग कार्यवाह बलराम यदु एवं आभार प्रदर्शन व्यवस्था प्रमुख वासुभाई पटेल ने किया। कार्यक्रम में संघ के छत्तीसगढ़ प्रांत व मध्य क्षेत्र के अधिकारी एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।