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मुख्यमंत्री निवास में रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर संगोष्ठी आयोजित

रायपुर, 29 मई 2025/ पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती पर आज राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री निवास में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने संगोष्ठी की अध्यक्षता की। मध्यप्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रमुख वक्ता के रूप में संगोष्ठी को संबोधित किया। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री रामविचार नेताम सहित विभिन्न वर्गों के बुद्धिजीवी, समाजसेवी, डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटेक्ट, वकील और साहित्यकार बड़ी संख्या में मौजूद थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रानी अहिल्याबाई के योगदानों को स्मरण करते हुए उन्हें भारत की सांस्कृतिक एकता और सुशासन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि रानी अहिल्याबाई का तीन दशकों का शासन, प्रजा कल्याण, राष्ट्र निर्माण और न्याय का स्वर्ण युग था। इंदौर की महारानी होते हुए भी उन्होंने देशभर में मंदिरों, धर्मशालाओं का निर्माण कराया और रामराज्य की अवधारणा को साकार किया।

उन्होंने काशी विश्वनाथ और सोमनाथ मंदिरों के पुनर्निर्माण में उनके ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि यह सांस्कृतिक पुनर्स्थापना का प्रतीक है। साय ने कहा कि इंदौर की स्वच्छता संस्कृति के पीछे राजमाता द्वारा स्थापित गुड गवर्नेंस की प्रेरणा है। वे न्यायप्रिय थीं, और अपने परिवार को भी न्याय की कसौटी पर कसा।

मध्यप्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने 1767 से 1795 तक धर्मसत्ता और न्यायसत्ता की मिसालें कायम कीं। उन्होंने झोपड़ी में रहकर शासन चलाया, राजकोष का निजी उपयोग नहीं किया, और अपने पुत्र को न्याय के लिए मृत्युदंड दिया। उन्होंने विधवाओं को दत्तक ग्रहण की अनुमति दी। उनके प्रजाहितैषी कार्यों ने उन्हें लोकमाता की उपाधि दिलाई।

विधायक किरण देव और पूर्व उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने रानी अहिल्याबाई के सुशासन, न्यायप्रियता और लोककल्याणकारी कार्यों को भारतीय इतिहास की अमिट छाप बताया। उन्होंने कहा कि उनका जीवन आज की पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण और जनसेवा के लिए प्रेरित करता है।

संगोष्ठी में धनकर समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को रानी अहिल्याबाई का तैलचित्र भेंट किया। विधायक सुनील सोनी, मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, राज्य युवा आयोग अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर, महापौर मीनल चौबे, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, सीएसआईडीसी के पूर्व अध्यक्ष छगन मूंदड़ा, शंकर अग्रवाल सहित कई निगमों, मंडलों, आयोगों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे।

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