पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर तैयार हो रहा है संग्रहालय
छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गौरवगाथा पर आधारित शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का तेजी से हो रहा निर्माण
रायपुर, 25 सितंबर 2024: छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के ऐतिहासिक योगदान को समर्पित नवा रायपुर अटल नगर में शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का निर्माण तेजी से हो रहा है। इस संग्रहालय का उद्देश्य ब्रिटिश हुकूमत के दौरान हुए जनजातीय विद्रोहों और छत्तीसगढ़ के आदिवासी नायकों की बलिदानी गाथाओं को आमजन के समक्ष लाना है। संग्रहालय 10 एकड़ भूमि पर 45 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है, और इसमें 15 अलग-अलग गैलरियाँ होंगी, जो जनजातीय संघर्षों की कहानियों को जीवंत रूप में प्रस्तुत करेंगी।
यह संग्रहालय न केवल छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को प्रदर्शित करेगा, बल्कि राज्य की समृद्ध आदिवासी परंपराओं को भी उभारेगा। पुरखौती मुक्तांगन के समीप स्थित यह संग्रहालय सभी वर्गों के लोगों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगा।
नवंबर में होगा संग्रहालय का लोकार्पण
प्रमुख सचिव श्री बोरा ने जानकारी दी कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर, नवंबर माह में शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का लोकार्पण किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर जोर देने और इसे समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही, मैनपावर बढ़ाकर काम को तेजी से पूरा करने का आदेश भी दिया।
संग्रहालय में जनजातीय विद्रोह की झलकियाँ
संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के जनजातीय विद्रोहों को प्रदर्शित करने के लिए विशेष झांकी तैयार की जा रही हैं। मूर्तियों के निर्माण का कार्य तेजी से जारी है और फिनिशिंग का काम समानांतर रूप से किया जा रहा है।
प्रथम गैलरी में छत्तीसगढ़ की जनजातीय जीवन शैली को दर्शाया जाएगा, जबकि अन्य गैलरियों में जनजातीय विद्रोहों की प्रमुख घटनाएँ दिखाई जाएंगी:
- दूसरी गैलरी: अंग्रेजों और स्थानीय हुकूमत द्वारा छत्तीसगढ़ की जनजातियों पर अत्याचार।
- तीसरी गैलरी: हल्बा विद्रोह।
- चौथी गैलरी: सरगुजा विद्रोह।
- पाँचवीं गैलरी: भोपालपट्टनम विद्रोह।
- छठवीं गैलरी: परलकोट विद्रोह।
- सातवीं गैलरी: तारापुर विद्रोह।
- आठवीं गैलरी: लिंगागिरी विद्रोह।
- नौवीं गैलरी: कोई विद्रोह।
- दसवीं गैलरी: दंतेवाड़ा के मेरिया विद्रोह।
- ग्यारहवीं गैलरी: मुरिया विद्रोह।
- बारहवीं गैलरी: रानी चौरिस विद्रोह।
- तेरहवीं गैलरी: बस्तर के भूमकाल विद्रोह।
- चौदहवीं गैलरी: शहीद वीर नारायण सिंह के नेतृत्व में सोनाखान विद्रोह।
- पंद्रहवीं गैलरी: झंडा सत्याग्रह और जंगल सत्याग्रह में वीर आदिवासी नायकों के संघर्ष।
संग्रहालय के निर्माण में लगी टीम, जिसमें आदिवासी अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक श्री पी.एस. एल्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, ने संग्रहालय के कार्य की प्रगति पर संतोष जताया।