तीसरी बार बनेगी एन डी ए की सरकार, मोदी लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ
एनडीए की बैठक में पीएम मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह, घटक दलों-तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) नेता एन चंद्रबाबू नायडू, जनता दल यू के अध्यक्ष व बिहार के सीएम नीतीश कुमार, शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, लोजपा (राम विलास) के नेता चिराग पासवान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल और अपना दल (एस) नेता अनुप्रिया पटेल समेत अन्य कई नेता भी शामिल हुए।
एनडीए की बैठक में मोदी की बगल में बैठे नायडू और नीतीश नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का नेता चुन लिया गया है। नई सरकार के गठन पर चर्चा के लिए बुधवार को हुई एनडीए की बैठक में पीएम मोदी के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों व समाज के वंचित वर्गों की सेवा के लिए सरकार के गठन की प्रतिबद्धता जताई गई। एनडीए के नेताओं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सात जून की शाम मिलने के लिए बुलाया है। इस दौरान सरकार बनाने का दावा पेश किया जा सकता है।
आठ जून को ले सकते हैं शपथ
मोदी आठ जून को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी की बगल में एन चंद्रबाबू नायड और नीतीश कुमार बैठे थे। प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि हम सभी को गर्व है कि एनडीए ने 2024 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट होकर लड़ा और जीत हासिल की। हम सभी एनडीए नेताओं ने सर्वसम्मति से मोदी को अपना नेता चुना। एनडीए सरकार अपनी विरासत को संरक्षित करते हुए देश के विकास और लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए काम करना जारी रखेगी। सूत्रों ने बताया, सात तारीख को एनडीए संसदीय दल की बैठक होगी, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को औपचारिक रूप से नेता चुना जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में नायडू और नीतीश ने कोई मांग नहीं रखी और सरकार बनाने के लिए बिना शर्त समर्थन दिया।
एनडीए को स्पष्ट बहुमत चुनाव में एनडीए को 293 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिला है। 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत का आंकड़ा 272 से अधिक है। भाजपा अकेले सरकार बनाने के लिए जरूरी सीटों के आंकड़े को नहीं छू पाई है। विपक्षी गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं।
चुनौतियों से मिलती ऊर्जा : प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक में नए कार्यकाल में, नए राष्ट्र के निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए जुट जाने का आह्वान किया है। पीएम ने कहा, चुनौतियां उन्हें ऊर्जा देती हैं और उन्हें इससे लड़ने की आदत है। आम चुनाव में सरकार के खिलाफ नाराजगी को खारिज करते हुए पीएम ने कहा, प्रत्याशी विशेष के खिलाफ कई कारणों से कई जगहों पर नाराजगी थी। पर, हार-जीत राजनीति का हिस्सा है। हमने अच्छा काम किया है और आगे भी करते रहेंगे।
पीएम ने इस्तीफा सौंपा, 17वीं लोकसभा भंग : पीएम मोदी ने बुधवार को अपने दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट की अंतिम बैठक की। इसके बाद, राष्ट्रपति से मुलाकात कर उन्हें इस्तीफा सौंपते हुए लोकसभा भंग करने की सिफारिश की। राष्ट्रपति ने तत्काल प्रभाव से 17वीं लोकसभा भंग कर दी और नई सरकार के गठन तक मोदी से पद पर बने रहने को कहा। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 16 जून तक है।