मुर्शिदाबाद हिंसा पर योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान, कहा – दलितों को घर से निकालकर मारा गया
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम को लेकर भड़की हिंसा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा पूर्व नियोजित थी और इसमें हिंदुओं को घरों से खींचकर मार डाला गया।
रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, “तीन हिंदू व्यक्तियों को उनके घरों से बाहर निकालकर बेरहमी से मारा गया। इनमें से अधिकतर दलित और समाज के वंचित वर्ग से थे, जिन्हें इस जमीन के मालिकाना हक से सबसे अधिक फायदा मिलने वाला था।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “यह बहुत हैरानी की बात है कि उसी देश में, जहां लाखों एकड़ जमीन वक्फ के नाम पर कब्जाई गई है, वहीं अब जब वक्फ संशोधन विधेयक पास हुआ और कार्रवाई शुरू हुई, तो हिंसा भड़काई जा रही है। इन कब्जाधारियों के पास न कोई कागज है और न ही कोई राजस्व रिकॉर्ड।”
मुर्शिदाबाद में क्या हुआ?
पिछले सप्ताह, पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम के विरोध के दौरान भड़की हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई, जिनमें एक पिता-पुत्र की जोड़ी भी शामिल थी। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय के विशेष पीठ ने केंद्र सरकार को तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया। इसके बाद BSF को जिले में तैनात किया गया, जिससे हालात कुछ हद तक काबू में आए।
बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक नीलोत्पल कुमार पांडे ने रविवार को बताया कि “स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। कल कई इलाकों में माहौल बेहद तनावपूर्ण था, लेकिन आज सुधार देखने को मिला है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही पूर्ण रूप से शांति बहाल हो जाएगी।”
पश्चिम बंगाल पुलिस ने अब तक इस मामले में 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच जारी है।
इस बीच, योगी आदित्यनाथ के बयान ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है। केंद्र और राज्य सरकार के बीच पहले से ही वक्फ अधिनियम को लेकर तनातनी चल रही थी, और अब यह हिंसा तथा उस पर की गई टिप्पणियों से और भी जटिल होती दिख रही है।