मणिपुर में आज से शुरू होगा फ्री मूवमेंट, सुरक्षा बलों ने तेज़ किया अभियान
मणिपुर: मणिपुर के राज्यपाल आजय भल्ला की अपील के बाद, अब तक 1060 से अधिक हथियार समर्पित किए जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, समय सीमा समाप्त होने के बाद, जो लोग हथियार वापस नहीं करेंगे, उनके ठिकानों पर पुलिस द्वारा छापेमारी की जाएगी। पिछले 24 घंटे में सुरक्षा बलों ने छापेमारी के दौरान करीब 36 हथियार बरामद किए हैं।
हथियार समर्पण की समयसीमा गुरुवार शाम 4 बजे समाप्त हो गई, जिसके बाद सुरक्षा बलों की छापेमारी तेज़ हो गई है। मणिपुर पुलिस ने बताया कि हथियारों के समर्पण की अवधि समाप्त होने के बाद अब अवैध हथियारों के खिलाफ कार्रवाई तेज़ कर दी गई है। इन हथियारों में सुरक्षा बलों से लूटे गए हथियारों के साथ-साथ अवैध तरीके से खरीदे गए हथियार भी शामिल हैं।
समाचार के मुताबिक, बरामद किए गए हथियारों में हैंडगन, मशीनगन, ग्रेनेड, मोर्टार, इंसास राइफल, और आधुनिक एके 57 राइफल्स जैसे खतरनाक हथियार शामिल हैं। सुरक्षा बलों ने इस अभियान को छापेमारी अभियान के रूप में तेज किया है और अब उच्च सुरक्षा एजेंसियां कड़ी कार्रवाई की तैयारी में हैं।
राज्यपाल आजय भल्ला ने पहले ही सभी समुदायों से अपील की थी कि वे हथियारों को समर्पित करें और शांति बनाए रखने में मदद करें। इस प्रक्रिया के बाद, मणिपुर में शनिवार से “फ्री मूवमेंट” अभियान भी शुरू होगा, जिसके तहत लोगों की स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी।
अब तक समर्पित हथियारों से संबंधित जानकारी के अनुसार, जिन लोगों ने हथियार नहीं लौटाए, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि राज्य में शांति और व्यवस्था बहाल की जा सके।