छत्तीसगढ़ में खरीफ 2025 हेतु कृषक उन्नति योजना लागू, वैकल्पिक फसलों पर किसानों को ₹11,000 तक की आदान सहायता
रायपुर, 14 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को फसल विविधीकरण के लिए प्रोत्साहित करते हुए खरीफ 2025 के लिए ‘कृषक उन्नति योजना’ के अंतर्गत विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस योजना का उद्देश्य राज्य में कृषि निवेश बढ़ाना, किसानों की लागत में कमी लाना और वैकल्पिक फसलों को अपनाने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करना है।
राज्य सरकार ने इस योजना के तहत दलहन, तिलहन और अन्य वैकल्पिक फसलों के क्षेत्र विस्तार एवं उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, चिन्हित फसलों पर आदान सहायता राशि देने का निर्णय लिया है।
पात्रता की शर्तें:
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योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन कराया हो।
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खरीफ 2024 में जिन्होंने धान की खेती कर सहकारी समितियों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर विक्रय किया था, वे किसान इस योजना के पात्र होंगे।
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यदि वे इस बार धान के स्थान पर दलहन, तिलहन जैसी अन्य खरीफ फसलें लेते हैं, तो उन्हें ₹11,000 प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता दी जाएगी (पंजीयन एवं गिरदावरी की पुष्टि के आधार पर)।
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कोदो, कुटकी, रागी या कपास जैसी फसलों के लिए यह सहायता ₹10,000 प्रति एकड़ होगी।
बीजों की व्यवस्था:
उप संचालक कृषि सतीश अवस्थी ने बताया कि जिले में धान के अतिरिक्त अरहर, उड़द, कोदो आदि फसलों के बीजों का भंडारण जिले के सभी विकासखंड स्तरीय कृषि कार्यालयों में कर लिया गया है, ताकि किसानों को समय पर बीज उपलब्ध हो सकें।
संपर्क सुविधा:
किसान योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए अपने क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी या विकासखंड कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।