कोपरा जलाशय को राज्य का पहला रामसर साइट घोषित किया जाना छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर, 12 दिसंबर 2025/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बिलासपुर जिले के कोपरा जलाशय को छत्तीसगढ़ का पहला रामसर साइट घोषित किया जाना पूरे प्रदेश के लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि न केवल राज्य की समृद्ध जैवविविधता और विविध पक्षी आवासों की सराहना है, बल्कि सतत जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयासों को मिली वैश्विक मान्यता भी है।
मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर राज्य वेटलैंड प्राधिकरण, पर्यावरण विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और स्थानीय समुदायों के सामूहिक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्थाओं और समुदायों के समन्वित सहयोग से कोपरा जलाशय अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरा है। यही कारण है कि आज छत्तीसगढ़ को वैश्विक स्तर पर wetlands संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहचान मिली है।
विष्णु देव साय ने बताया कि कोपरा जलाशय को रामसर दर्जा मिलना “छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047” के अंतर्गत वर्ष 2030 तक प्रदेश के 20 वेटलैंड्स को रामसर साइट घोषित कराने की दिशा में एक प्रेरक और महत्वपूर्ण कदम है। यह उपलब्धि सरकार की पर्यावरण-संरक्षण नीतियों और दीर्घकालिक दृष्टि को और मजबूती प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय मान्यता से प्रदेश में इको-टूरिज्म को नई दिशा मिलेगी, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही यह सफलता वेटलैंड संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता को भी मजबूत करेगी और भावी पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा की दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे इस अमूल्य प्राकृतिक धरोहर की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन में सक्रिय भूमिका निभाएं। उनका कहना था कि प्रकृति की रक्षा केवल सरकार का दायित्व नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है और सभी के सहयोग से छत्तीसगढ़ सतत विकास की नई ऊँचाइयों को छुएगा।
