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केदारनाथ में बीजेपी की बड़ी जीत: आशा नौटियाल ने 5099 वोटों से कांग्रेस को हराया

देहरादून/ केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर से अपना दबदबा कायम रखा है। बीजेपी की प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को 5099 वोटों के अंतर से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। आशा नौटियाल को कुल 23,130 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मनोज रावत 18,031 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। इस उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने भी उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए 9,266 वोट हासिल किए। कांग्रेस को केदारनाथ में करारी हार का सामना करना पड़ा और वह तीसरे स्थान पर खिसक गई।

केदारनाथ विधानसभा सीट पर यह उपचुनाव भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद हुआ। शैलारानी रावत का 9 जुलाई को निधन हो गया था, जिससे यह सीट खाली हो गई थी। चुनाव में कुल 6 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और निर्दलीय त्रिभुवन चौहान के बीच देखा गया। इस सीट पर 57 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जो क्षेत्र में लोगों की राजनीतिक जागरूकता को दर्शाता है।

केदारनाथ में बीजेपी की जीत राज्य में पार्टी के प्रति जनता का विश्वास दिखाती है। इस जीत को उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के पक्ष में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। कांग्रेस के लिए यह हार आत्ममंथन का समय है, क्योंकि वह न केवल भाजपा से, बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी से भी पिछड़ गई।

चुनाव के दौरान केदारनाथ में विकास, पुनर्निर्माण, और रोजगार जैसे मुद्दे प्रमुख रहे। आशा नौटियाल ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री की विकास योजनाओं को प्रमुखता से उठाया। वहीं, कांग्रेस के मनोज रावत स्थानीय समस्याओं को उजागर करने में सफल नहीं हो सके। इस चुनाव का परिणाम उत्तराखंड की राजनीति में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि पार्टी आगामी चुनावों में और मजबूत स्थिति में होगी